छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित जिले दंतेवाड़ा में रविवार को 8 लाख के इनामी नक्सली ने सरेंडर किया है. सीआरपीएफ, जिला पुलिस और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के सामने मुचाकी बुदरा (Muchaki Budra) उर्फ नरेश ने नक्सलवाद छोड़कर, आम जिंदगी जीने की इच्छा जताई. मुचाकी बुदरा ने एसपी अभिषेक पल्लव (Abhishek Pallav) के समक्ष आत्मसमर्पण किया. एसपी अभिषेक पल्लव ने बताया कि मुचाकी नक्सलियों को ट्रेनिंग दिया करता था. इसकी पत्नी भीमे भी नक्सली है, जिसे पकड़ने के प्रयास जारी हैं. उन्होंने कहा कि मुचाकी के आत्मसमर्पण के बाद अब पुलिस अन्य बड़े नक्सलियों तक भी पहुंचेगी. नक्सली कमांडर बुदरा बड़ी वारदातों में शामिल होना बताया जा रहा है. साल 2010 में कांग्रेसी नेता अवधेश गौतम के घर में हमला करने, जिसमे 2 आम नागरिक मारे गए थे.
साल 2012 में किरंदुल के सीआईएसएफ बोलेरो वाहन को ब्लास्ट कर ड्राइवर समेत 7 जवान शहीद एवं 6 ए के 47 हथियारों की लूट जैसी वारदातों में ये शामिल होना बताया जा रहा है.मिली जानकारी के अनुसार मुचाकी साल 2007 में नक्सल संगठन से जुड़ा था. साल 2008 के विधानसभा चुनावों के बाद सुकमा जिले में वापस लौट रही पोलिंग पार्टी पर मुचाकी ने ही हमला किया था.
इनामी नक्सली ने किया सरेंडर-
Chhattisgarh: Muchaki Budra, a naxal deputy commander, carrying a reward of Rs 8 lakhs on his head surrendered before Dantewada SP Abhishek Pallav, today. pic.twitter.com/7lcX9OwnFs
— ANI (@ANI) August 25, 2019
साल 2010 में वह डिप्टी कमांडर बना. इसी ने साल 2010 में दंतेवाड़ा के कुआकोंडा थाना इलाके के नकुलनार गांव में कांग्रेस नेता अवधेश गौतम पर हमला किया था. इसमें एक जवान घायल हुआ था दो आम लोग और एक नक्सली की मौत हुई थी. साल 2012 में दंतेवाड़ा के किरंदुल थाना क्षेत्र के सीआईएसएफ चेकपोस्ट के पास गश्त पर निकली टीम पर हमला किया. इस दौरान जवानों पर मुचाकी समेत अन्य नक्सलियों ने भारी गोली बारी की. इसमें 6 जवान और एक ड्रायवर शहीद हुए. इसी साल ग्राम सेमली बोड़ेपारा के पास सुरक्षाबलों पर लैंड माइन से हमला किया था.