रायपुर: महादेव सट्टा ऐप (Mahadev Satta App) मामले में पुलिस ने छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में पिता और उसके दो बेटों सहित 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस का दावा है कि आरोपित जिले के बेरोजगार लोगों को नौकरी दिलाने का झांसा देकर उनसे बैंक में खाता खुलवाने के लिए आवश्यक दस्तावेज प्राप्त करते थे. इसके बाद यह लोग बैंकों से प्राप्त अकाउंट और एटीएम कार्ड का प्रयोग,सट्टा एप के ट्रांजेक्शन के लिए किया करते थे. What Is Satta Matka: सट्टा, मटका, कल्याण मटका क्या है? कैसा है ये सट्टेबाजी का खेल.
पुलिस को जांच में कई बैंक अकाउंट से पैसों के ट्रांजेक्शन की भी जानकारी मिली है. रिपोर्ट के मुताबिक 95 संदिग्ध बैंक अकाउंट से 28 करोड़ 76 लाख रुपए का ट्रांजेक्शन किया गया है और 25 करोड़ 51 लाख रुपए बैंक खातों से निकाले गए है. Satta Matka King: जानें कौन था रतन खत्री, मटका किंग के नाम से मशहूर यह शख्स है सट्टेबाजी का बादशाह.
बैंक अकाउंट में 3 करोड़ 24 लाख रुपए मौजूद है. पुलिस ने सभी खातों को किया फ्रीज कर दिया है. आरोपियों से 2 लाख 30 हजार रुपये कैद बरामद हुआ है. इसके साथ ही 95 बैंक खातों के एटीएम कार्ड, पासबुक, चेकबुक भी जशपुर पुलिस ने जब्त किए हैं.
नौकरी लगाने के नाम पर लोगों को ठगा
आरोपी लोगों को पहले झांसे में लेकर बैंक अकाउंट खुलवाते थे. फिर इसी अकाउंट से लाखों-करोड़ों रुपए का लेन-देन किया करते थे. काफी दिन बीत जाने के बाद भी जब पीड़ितों की नौकरी नहीं लगती तो उन्होंने आरोपियों से पूछताछ की. इस पर आरोपी सरकार द्वारा वैकेंसी जारी ना होने की बात कह देते थे और बैंक खाते के संबंध में भी उसे कुछ जानकारी नहीं देते थे. मामला पुलिस तक पहुंचा तो यह पूरा मामला महादेव सट्टा ऐप से जुड़ा पाया गया.
इस मामले में पुलिस ने आरोपियों से नगदी रकम कुल 02 लाख तीस हजार रुपए, विभिन्न बैंको के एटीएम कार्ड, पासबुक, चेकबुक, बैंक का सील, सिमकार्ड एवं पासपोर्ट इत्यादि जब्त किया है. तपकरा के रहने वाले ताम्रकार फैमिली के पिता-पुत्र द्वारा सरकारी नौकरी लगाने और सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के नाम पर ग्रामीणों का खाता खुलवाया गया था. आरोपी महादेव सट्टा ऐप से जुड़े लोगों के साथ मिलकर घटना को अंजाम देते थे.