कोरोना वायरस से जंग: CM भूपेश बघेल ने पैरेंट्स को फीस के लिए मैसेज भेजने वाले प्राइवेट स्कूलों दी ये नसीहत

कोरोना वायरस का प्रकोप देश में पसरता जा रहा है. कोरोना वायरस पर विराम लगाने और लोगों को सुरक्षित रखने के लिए देश में लॉकडाउन लगा दिया गया है. जो पूरे 21 दिनों का है. इस दरम्यान सभी संस्थानों समेत स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं. लोगों को घरों में रहने के हिदायत दी गई है. जिससे रोजगार पर लोगों के विराम लगा हुआ है. इसी दरम्यान खबर सामने आई कि छतीसगढ़ में कई निजी स्कूलों ने अभिभावकों को मैसेज कर फीस भरने की हिदायत दी है. इसे लेकर उनके मोबाइल पर मैसेज भी भेजें गए. जिसे लेकर सूबे के सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि कई निजी स्कूल छात्रों के माता-पिता को स्कूल फीस जमा करने के लिए मैसेज भेज रहे हैं। ऐसे समय में फीस के लिए उन पर दबाव डालना ठीक नहीं है.

भूपेश बघेल (Photo Credit ANI)

कोरोना वायरस का प्रकोप देश में पसरता जा रहा है. कोरोना वायरस पर विराम लगाने और लोगों को सुरक्षित रखने के लिए देश में लॉकडाउन लगा दिया गया है. जो पूरे 21 दिनों का है. इस दरम्यान सभी संस्थानों समेत स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं. लोगों को घरों में रहने के हिदायत दी गई है. जिससे रोजगार पर लोगों के विराम लगा हुआ है. इसी दरम्यान खबर सामने आई कि छतीसगढ़ में कई निजी स्कूलों ने अभिभावकों को मैसेज कर फीस भरने की हिदायत दी है. इसे लेकर उनके मोबाइल पर मैसेज भी भेजें गए. जिसे लेकर सूबे के सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि कई निजी स्कूल छात्रों के माता-पिता को स्कूल फीस जमा करने के लिए मैसेज भेज रहे हैं। ऐसे समय में फीस के लिए उन पर दबाव डालना ठीक नहीं है.

सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में सभी स्कूलों को लॉकडाउन के दौरान फीस की वसूली स्थगित करने का निर्देश दिया गया है. बता दें कि इससे पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कोरोना वायरस के जारी प्रकोप के बीच शैक्षणिक सत्र 2019-20 में कक्षा 9वीं और 11वीं तथा पहली से 8वीं कक्षा तक के छात्रों को पास करने का फैसला लिया है. इसके अलावा लॉकडाउन के दौरान छत्तीसगढ़ के सभी शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में 62 हजार 172 गरीबों और जरूरतमंद परिवारों को निशुल्क भोजन और राशन सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है.

गौरतलब हो कि पूरा देश इस वक्त कोरोना वायरस के संकट से जूझ रहा है. देश में तकरीबन डेढ़ हजार से ज्यादा लोग कोरोना के वायरस से संक्रमित हैं. वहीं मौत का आंकड़ा भी लगातार बढ़ता जा रहा है. लोगों की रक्षा के लिए केंद्र और राज्य की सरकार लगातार अकंटक मेहनत कर रहे हैं.

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