दुष्यंत चौटाला ने पुलिस को किसानों का सिर 'फोड़ने' के लिए कहने वाले अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई का वादा किया
दुष्यंत चौटाला (Photo Credits: ANI)

चंडीगढ़, 29 अगस्त: हरियाणा (Haryana) के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला (Dushyant Chautala) ने एक ड्यूटी मजिस्ट्रेट (Duty magistrate) की उस टिप्पणी को रविवार (Sunday) को खारिज कर दिया, जिसने पुलिस (Police) से करनाल (Karnal) में प्रदर्शन के दौरान किसानों (farmers) का सिर ‘फोड़ने’ के लिए कहा था और अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई का वादा किया है. करनाल में किसानों के प्रदर्शन के दौरान ड्यूटी मजिस्ट्रेट के रूप में तैनात भारतीय प्रशासनिक सेवा (Indian Administrative Service) (आईएएस) के 2018 बैच के अधिकारी आयुष सिन्हा (Ayush Sinha) कैमरे के सामने पुलिस से ‘किसानों के सिर फोड़ने’ के लिए कहते हुए नजर आ रहे हैं. यह भी पढे: ऑनलाइन शराब खरीदने की कोशिश में IAS अधिकारी Lokesh Jangid के साथ हुई धोखाधड़ी, यहां पढ़ें क्या है पूरा मामला

किसानों पर शनिवार (Saturday) को हुए लाठीचार्ज (lathi charge) को लेकर मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) सरकार (Government) के खिलाफ बढ़ते विपक्ष के हमले और मजिस्ट्रेट के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग के बीच उपमुख्यमंत्री एवं जननायक जनता पार्टी (जजपा) नेता चौटाला ने मजिस्ट्रेट के खिलाफ कार्रवाई का वादा किया.करनाल के उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने सिन्हा की टिप्पणी पर खेद जताते हुए कहा, ‘‘करनाल जिला प्रशासन का प्रमुख होने के नाते मैं उन शब्दों के लिए खेद प्रकट करता हूं. वह गंभीर किस्म के अधिकारी हैं और कुछ शब्द कहे गए जो नहीं कहे जाने चाहिए थे. हालांकि उनका मतलब पुलिस को यह बताना था कि अगर प्रदर्शनकारी दो अवरोधक तोड़ देते हैं तो वे बैठक स्थल पर पहुंच जाएंगे और तोड़फोड़ कर सकते हैं. ’’

करनाल के पुलिस अधीक्षक गंगा राम पुनिया (Ganga Ram Puniya) ने कहा कि पुलिसकर्मियों पर पथराव, राष्ट्रीय राजमार्ग को अवरूद्ध करना और प्रदर्शनकारियों का गैरकानूनी तरीके से जमा होने को लेकर दो अलग प्राथमिकी दर्ज की गई है. इसमें 27 आरोपियों के नाम हैं जबकि अन्य आरोपी अज्ञात हैं.उपायुक्त यादव ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग को अवरूद्ध करने वाले प्रदर्शनकारियों में से कुछ पुलिस पर पथराव कर रहे थे लेकिन उनके खिलाफ ‘न्यूनतम बल’ प्रयोग किया गया.चौटाला ने कहा, “2018 बैच के आईएएस अधिकारी का वीडियो वायरल हो गया है. एक आईएएस अधिकारी द्वारा इस तरह की का प्रयोग निंदनीय है. ”

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