सेंट्रल रेलवे की 60 फीसदी उपनगरीय सेवाएं 22 मार्च को रहेंगी जारी, मेन और हार्बर लाइन पर नहीं होगा कोई मेगा ब्लॉक
सेंट्रल रेलवे ने ऐलान किया है कि वो रविवार यानी 22 मार्च को करीब 60 फीसदी सबर्बन सेवाओं को जारी रखेगा. इसके साथ ही रविवार को मेन और हार्बर लाइन पर होने वाले मेगा ब्लॉक को भी रद्द कर दिया गया है, जिसके बाद कल कोई मेगा ब्लॉक नहीं होगा.
भारत में कोरोना वायरस (Coronavirus In India) संक्रमण के आंकड़े लगातार बढ़ रहे हैं. ताजा रिपोर्ट्स के अनुसार देश भर में अब तक कुल 292 मामलों की पुष्टि हो गई है, जबकि इसका सबसे ज्यादा असर महाराष्ट्र में देखने को मिल रहा है. महाराष्ट्र (Maharashtra) में कोविड-19 (COVID-19) पॉजिटिव मामलों की संख्या बढ़कर 63 हो गई है. हालांकि कोरोना वायरस को लेकर कल यानी 22 मार्च को पीएम मोदी ने जनता कर्फ्यू का पालन करने के लिए देशवासियों सेअपील की है. इस दौरान लोगों को सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक अपने घरों में रहने की सलाह दी गई है. महाराष्ट्र के चार बड़े शहरो मुंबई, पुणे, नागपुर और पिंपरी-चिंचवड़ में बहुत जरूरी चीजों के अलावा सब कुछ बंद कर दिया गया है, जिसका असर मुंबई की लोकल ट्रेनों (Local Trains) पर भी देखने को मिल रहा है.
रोजाना के मुताबिक आज मुंबई की लाइफ लाइन कही जाने वाली लोकल ट्रेनों में काफी कम भीड़ देखी जा रही है और सड़कों पर भी ट्रैफिक आम दिनों की तुलना में कम नजर आ रहा है. रविवार यानी 22 मार्च को जनता कर्फ्यू का ऐलान किया गया है. इस बीच सेंट्रल रेलवे ने ऐलान किया है कि वो रविवार को करीब 60 फीसदी सबर्बन सेवाओं को जारी रखेगा. इसके साथ ही रविवार को मेन और हार्बर लाइन पर होने वाले मेगा ब्लॉक को भी रद्द कर दिया गया है, जिसके चलते कल कोई मेगा ब्लॉक नहीं होगा. यह भी पढ़ें: महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के 11 नए मामले आए सामने, अब तक कुल 63 केस कंफर्म
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गौरतलब है कि महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के मद्देनजर एक ओर जहां लंबी दूरी की कई ट्रेनों को रद्द किया जा रहा है तो वहीं अन्य राज्यों से आए लोग बड़ी संख्या में अपने घरों की ओर पलायन करते दिख रहे हैं. मुंबई, पुणे और नागपुर जैसे बड़े शहरों में कर्फ्यू जैसे हालात को देखते हुए लोग उत्तर भारत की तरफ बड़ी संख्या में पलायन कर रहे हैं. इसी के मद्देनजर सेंट्रल रेलवे ने 3 और विशेष गाड़ियों को चलाने का फैसला किया है. इससे पहले 14 ट्रेनें अतिरिक्त चलाने की घोषणा की गई थी. लंबी दूरी की ट्रेनों से अपने-अपने घरों को लौटने वाले लोगों की भारी भीड़ प्रमुख स्टेशनों पर देखी जा रही है.