कर्नाटक के खनन कारोबारी गली जनार्दन रेड्डी को गिरफ्तार कर लिया है. बता दें कि केन्द्रीय अपराध शाखा ने नोटिस जारी कर कहा है कि फरार चल रहे जी जनार्दन रेड्डी को पेश होने के लिए 11 नवंबर तक का समय दिया था. जिसके बाद रेड्डी अपने वकील के साथ जांच अधिकारी के समक्ष पेश हुए थे. जिसके बाद देर रात तक उनसे पूछताछ की गई और रविवार को उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. राज्य में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार में मंत्री रहे रेड्डी करोड़ों रुपये के खनन घोटाला मामले में जमानत पर बाहर हैं.
Central Crime Branch arrests G Janardhan Reddy in connection with Ambident Group alleged bribery case. pic.twitter.com/GO9hhkOGAM
— ANI (@ANI) November 11, 2018
अपराध शाखा का आरोप है कि रेड्डी ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की पोंजी स्कीम जांच में आरोपियों को बचाने का काम किया था. इससे पहले क्राइम ब्रांच ने रेड्डी के बेल्लारी स्थित आवास पर छापेमारी भी की थी. क्राइम ब्रांच को रेड्डी के करीबी सहयोगी अली खान की भी तलाश है. खान ने पोंजी योजना में शामिल रहने की आरोपी कंपनी अंबिडेंट मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड के सैयद अहमद फरीद के साथ 20 करोड़ रुपये का सौदा किया था ताकि उन्हें प्रवर्तन निदेशालय की जांच से बचाया जा सके.
शनिवार के दिन रेड्डी केंद्रीय अपराध शाखा कार्यालय पहुंचने के बाद कहा था कि यह एक ‘राजनीतिक साजिश’ है और उन्हें पुलिस पर विश्वास है. उन्होंने एक वीडियो संदेश में कहा था कि मैं कहीं भाग नहीं रहा. और शहर में ही हूं. उन्हें भागने की कोई जरूरत भी नहीं है. उन्होंने कहा था कि पुलिस के पास यह साबित करने के लिए एक भी सबूत नहीं है कि मैं गलत हूं. वह मीडिया को गुमराह कर रही है.