वाराणसी, 23 जनवरी : बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (Banaras Hindu University) में इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के सर सुंदरलाल अस्पताल में चार एमबीबीएस इंटर्न सहित सात लोगों पर धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश का मामला दर्ज किया गया है. लंका पुलिस थाने में दर्ज एक प्राथमिकी में अस्पताल के अधिकारियों ने कहा कि, एमबीबीएस के बाद एक साल की अनिवार्य इंटर्नशिप के दौरान चार प्रशिक्षुओं ने अस्पताल के वाडरें में काम करने के लिए गैर-चिकित्सकीय व्यक्तियों को नियुक्त किया था.
इंस्पेक्टर, लंका, बृजेश कुमार सिंह ने कहा, "बीएचयू के एसएसएल अस्पताल के सुरक्षा निरीक्षक की शिकायत पर, एमबीबीएस इंटर्न, नितिन, शुभम, सौमिक डे और कृति अरोड़ा और उनके प्रतिरूपणकर्ता मोहित सिंह, अभिषेक सिंह और उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. प्रीति चौहान पर धारा 419, 420 और 120बी के तहत मामला दर्ज किया गया है." यह भी पढ़ें : Noida: बेटे के साथ मिलकर बाप ने अपनी गर्लफ्रेंड की हत्या की, गिरफ्तार
मामले में जांच और वैज्ञानिक साक्ष्य का संग्रह शुरू किया गया है. जांच के परिणाम के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी. एसएसएल अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक प्रो के.के. गुप्ता ने कहा, "एक विस्तृत आंतरिक जांच रिपोर्ट आईएमएस-बीएचयू के निदेशक को आगे की कार्रवाई के लिए सौंपी गई है." मामला तब सामने आया जब अस्पताल प्रशासन ने कुछ संदिग्ध युवकों को पकड़ा और उनसे पूछताछ की. प्रो गुप्ता ने कहा, "जांच के दौरान, सुरक्षाकर्मियों द्वारा पकड़े गए युवकों की पहचान मोहित और अभिषेक के रूप में हुई.
जब हमने उनसे पूछताछ की, तो उन्होंने हमें बताया कि एमबीबीएस इंटर्न नितिन, शुभम और सौमिक ने उन्हें अस्पताल के आपातकालीन सेवाओं सहित वाडरें में रिपोर्ट करने के लिए काम पर रखा था. प्रीति ने कहा कि वह कृति अरोड़ा का प्रतिरूपण कर रही थी." प्रॉक्सी करने वालों ने इंटर्न के लिए ड्यूटी रजिस्टर पर हस्ताक्षर किए थे. उन्होंने कहा, "इंटर्न भी डिजिटल मोड के माध्यम से प्रतिरूपणकर्ताओं को भुगतान कर रहे थे. सभी वाडरें में चौकसी बढ़ा दी गई है."