सावधान! दिल्ली में फिर आ सकता है कोरोना का पीक, जानिए कारण
पिछले कुछ दिनों से प्रतिदिन आने वाले कोरोना के एक्टिव केस की संख्या कम हुई है, लेकिन दिल्ली को लेकर एक बार फिर चौंकाने वाली खबर सामने आ रही है. देश के तमाम विशेषज्ञों ने संभावना जताई है कि राजधानी में एक बार फिर कोरोना का पीक वापस आ सकता है.
पिछले कुछ दिनों से प्रतिदिन आने वाले कोरोना के एक्टिव केस की संख्या कम हुई है, लेकिन दिल्ली को लेकर एक बार फिर चौंकाने वाली खबर सामने आ रही है. देश के तमाम विशेषज्ञों ने संभावना जताई है कि राजधानी में एक बार फिर कोरोना का पीक वापस आ सकता है. इस बारे में आईएमए के पूर्व सचिव डॉ नरेंद्र सैनी ने इसके कई कारण बताये.
दिल्ली में केस बढ़ने के कई कारण
उन्होंने कहा कि इसकी पहली वजह त्योहार में लोग फिजिकल डिस्टेंसिंग भूलते जा रहे हैं और एक दूसरे को संक्रमित कर रहे हैं. दूसरा सर्दी का मौसम है जो वायरस के लिये काफी अनुकूल मौसम है. सर्दियों में वायरस कई दिन तक जिंदा रह सकता है।.तीसरा दिल्ली-एनसीआर में बढ़ता प्रदूषण है, जो कि वायरस को सतह पर से खत्म नहीं होने देता है. ऐसे में अगर किसी इलाके में वायरस पहुंच गया तो कई दिन तक वहीं घूमता रहेगा. प्रदूषण के चलते वातावरण में मिल कर वायरस खत्म नहीं होता है. ऐसे में बाहर निकलते वाले लोगों को संक्रमण की संभावना हो सकती है, इसलिये मास्क लगाना बहुत जरूरी है.
इस दौरान उन्होंने पीक के बारे में जानकारी देते हुये कहा कि जब कोई भी जीवाणु या विषाणु हमारे बीच आता है तो धीरे-धीरे केस बढ़ते हैं, उसके बाद एक बार सबसे अधिक निश्चित संख्या के बाद धीरे-धीरे कम होने लगते हैं, तो ग्राफ के उस अधिकतम भाग को पीक कहते हैं. भारत में पीक आकर निकल चुका है, अगर लापरवाही करेंगे तो पीक दोबारा आ सकता है.
जल्द कोविरैप से भी होगी जांच
वहीं कोविड जांच की देश में तेजी से बढ़ाई जा रही है, इस बीच टेस्ट की कई नई तकनीक भी इजाद की गई हैं. जिनमें कोविरैप को आईसीएमआर ने मान्यता दे दी है. इसके बाजार में आने पर डॉ सैनी कहते हैं कि अभी कोरोना से जांच के लिये कई तरह के टेस्ट मौजूद हैं. यह किट भी जल्द ही लॉन्च होगी. अभी भी टेस्ट में कोई कमी नहीं है, आरटीपीसीआर, रैपिड एंटीजन आदि कई टेस्ट किये जा रहे हैं. लोग परेशान न हों, उन्हें अगर कराना है तो सरकारी सेंटर पर जाकर आसानी से टेस्ट करा सकते हैं. कोविरैप मशीन जब आयेगी तब इससे स्वास्थ्य विभाग को मदद मिलेगी. आईसीएमआर ने इसके उत्पादन के निर्देश दे दिए हैं. उम्मीद है एक महीने में इससे भी टेस्ट शुरू हो जायेगा.