नई दिल्ली: प्रभु श्री राम की नगरी अयोध्या सज रही है. अयोध्या के एयरपोर्ट को भी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के रूप में मंजूरी मिल चुकी है. मोदी कैबिनेट ने अयोध्या हवाई अड्डे को अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के रूप में मंजूरी दी और इसका नाम "महर्षि वाल्मीकि अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, अयोध्याधाम" रखा. हवाई अड्डे का नाम, "महर्षि वाल्मीकि अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, अयोध्या धाम" महर्षि वाल्मिकी को श्रद्धांजलि देता है, ऋषि ने महाकाव्य रामायण की रचना की, जिससे हवाई अड्डे की पहचान में एक सांस्कृतिक स्पर्श जुड़ गया. Ayodhya Ram Mandir: भव्य और एतिहासिक होगा राम मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा समारोह, 15-22 जनवरी तक होंगे ये कार्यक्रम; यहां देखें पूरा शेड्यूल.
अयोध्या एयरपोर्ट को भी बेहद भव्य तरीके से बनाया गया है. राम की नगरी में बन रहे एयरपोर्ट की एक बड़ी खासियत यह भी है कि इसे मंदिर की तर्ज पर बनाया गया है. एयरपोर्ट की दीवारों पर सौंदर्यीकरण के लिए रामायण से जुड़े महत्वपूर्ण चित्रों को दर्शाया गया है. एयरपोर्ट का वास्तु और डिजाइन बहुत खास है.
अयोध्या के इस एयरपोर्ट को नागर शैली में तैयार किया गया है. इसे आर्किटेक्ट विपुल वार्ष्णेय (VIPUL VARSHNEYA) और उनकी टीम ने तैयार किया है. यह एयरपोर्ट के सात शिखर नागर शैली से प्रेरित हैं. मुख्य शिखर बीच में और आगे 3 और पीछे 3 शिखर हैं. यह एयरपोर्ट सात स्तंभों पर मुख्य रूप से टिका है, जो रामायण के सात कांडों से प्रेरित हैं. इन स्तम्भों पर आकृति और सजावट भी उसी तरह की गयी है.
नागर शैली उत्तर भारत की मंदिर नरम्न्म्क्ज शैली है. इसके अलावा एयरपोर्ट पर राम को हर जगह दिखाने की कोशिश की गई है. बाहर तीर-धनुष का बड़ा म्यूरल लगाया गया है.