लखनऊ:- देशभर में नागरिकता संशोधन एक्ट (CAA) के खिलाफ प्रदर्शन उग्र रूप ले रहा है. कई राज्यों में आगजनी और तोड़फोड़ की घटना सामने आ रही है. कुछ ऐसा ही नाजरा उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ और संभल में गुरुवार को देखने को मिला. जहां पर उग्र भीड़ ने बस और गाड़ियों में आग लगा दी. इस हिंसक घटना के बाद पुलिस ने 17 लोगों समेत समाजवादी पार्टी (SP) सांसद शफीकुर्रहमान और जिलाध्यक्ष फिरोज खान पर मुकदमा दर्ज किया है. CAA को लेकर उत्तर प्रदेश में कई संगठनों ने गुरुवार को विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया गया था. समाजवादी पार्टी भी इस आंदोलन में शामिल थी. संभल के आलावा लखनऊ में भी प्रदर्शकारियों ने जमकर सड़क किनारे खड़ी गाड़ियों को अपना निशाना बनाया था. इस दौरान पुलिस स्टेशन में भी आग लगा दिया था.
बता दें कि घटना के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि आप विरोध के नाम पर हिंसा में शामिल नहीं हो सकते हैं. हम ऐसे तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे. दोषी लोगों की संपत्ति जब्त करेंगे और सार्वजनिक संपत्ति को हुए नुकसान की भरपाई करेंगे. वहीं प्रयागराज में गुरुवार को नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे समाजवादी पार्टी (सपा) के एक सैकड़ा कार्यकर्ताओं व नेताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. सुबह करीब 11 बजे प्रयागराज महानगर के जॉर्ज टाउन स्थित समाजवादी पार्टी (सपा) के जिला स्तरीय कार्यालय से जैसे ही सैकड़ों की तादाद में कार्यकर्ताओं और नेताओं ने कचहरी की ओर बढ़ने की कोशिश की, पुलिस ने उन्हें आगे बढ़ने से रोक दिया। जिससे पुलिस व सपाइयों के बीच हल्की नोकझोंक भी हुई. यह भी पढ़ें:- CAA Protest: अहमदाबाद से सामने आया खौफनाक VIDEO, सैकड़ों उपद्रवियों ने पुलिस पर बरसाए पत्थर- कांग्रेस नेता हिरासत में.
Sambhal: An FIR has been registered against 17 people including Samajwadi Party leaders, MP Shafiqur Rahman Barq and Feroz Khan in connection with violence on December 19. #CitizenshipAmendmentAct pic.twitter.com/GtaQ5jUpTP
— ANI UP (@ANINewsUP) December 20, 2019
बता दें कि लखनऊ में हुई हिंसा के बाद गाजियाबाद, लखनऊ, मऊ, आजमगढ़, फिरोजाबाद, संभल, अलीगढ़, मेरठ, सहारनपुर, बरेली, आगरा, पीलीभीत, प्रयागराज में इंटरनेट बंद कर दिया गया है. शहर के अन्य कई हिस्सों में तनाव व्याप्त है. विशेषकर पुराने लखनऊ के मुस्लिम बहुल इलाकों में तनाव है. कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है. लखनऊ में हुए हिंसक प्रदर्शन के बाद लखनऊ यूनिवर्सिटी में शुक्रवार को होने वाली सभी परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं. इसके अलावा बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी में भी सभी परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं. कई जगहों पर पुलिसबल को तैनात कर दिया गया है.