प्रियंका गांधी के निजी सचिव संदीप सिंह और यूपी अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू पर FIR दर्ज, बसों के नबंर की गलत जानकारी देने का आरोप
पुलिस की माने तो प्रवासी मजदूरों को लेकर पुलिस को जो बसों की नंबर दिए गए. उन नंबर के जब जांच हुई तो मालूम पड़ा की मजदूरों के लिए भेजी जाने वाली बसों की लिस्ट में ऑटो, एंबुलेंस, बाइक के नंबर मिले थे.
लखनऊ: लॉकडाउन के बीच उत्तर प्रदेश में मजदूरों के लिए बसों पर सियासत गरमा गई है. यूपी पुलिस ने प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) के निजी सचिव संदीप सिंह (Sandeep Singh) और यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू (Ajay Kumar Lallu) के खिलाफ एफआईआर (FIR) दर्ज किया है. सरकार के साथ पुलिस का आरोप है कि कांग्रेस की तरफ से जो बसों के नंबर दिए थे वे नंबर सभी बसों के नहीं थे. बल्कि उसमें कई नंबर, ट्रक, ऑटो, बाइक और दूसरे अन्य गाड़ियों के नंबर थे. जो गलत जानकरी देने के आरोप में पुलिस ने इनके खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है.
पुलिस की माने तो प्रवासी मजदूरों को लेकर पुलिस को जो बसों की नंबर दिए गए. उन नंबर के जब जांच हुई तो मालूम पड़ा की मजदूरों के लिए भेजी जाने वाली बसों की लिस्ट में ऑटो, एंबुलेंस, बाइक के नंबर मिले थे. जिनमें से कुछ बसों के नंबर की पुष्टि ही नहीं हो पाई थी. वहीं कुछ बसों के नंबर चोरी के वाहन के होने की आशंका है. प्रियंका गांधी के निजी सचिव संदीप सिंह और यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार के खिलाफ यह मामला उत्तर प्रदेश के हजरतगंज पुलिस थाने में दर्ज किया गया है. यह भी पढ़े: प्रवासी मजदूरों के मुद्दे को लेकर राजनीति जारी: यूपी सरकार ने माना प्रियंका के बस भेजने का प्रस्ताव, कांग्रेस ने कहा-तीन दिन से बसों की सूची लेकर घूम रहे हैं, आज फिर सौंपेंगे सीएम को लिस्ट
संदीप सिंह और अजय कुमार लल्लू के खिलाफ FIR दर्ज:
दरअसल प्रवासी मजदूरों को उनके घर भेजने के लिए कांग्रेस पार्टी ने उत्तर प्रदेश सरकार को 1000 बसों की सूची सौंपी थी. जिन बसों के बारे में आरोप है कि सूची में ऑटो, एंबुलेंस, बाइक के नम्बर हैं. वहीं इस पूरे मामले पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी कांग्रेस पर ”बस घोटाला” करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस 'बसों की लिस्ट में ऑटो रिक्शा और बाइक के नंबर डालकर कांग्रेस लोगों को गुमराह कर रही है. जो ऐसा करके वह अपने ही छल के जाल में फंस गई. देखे तो कांग्रेस के बसों की लिस्ट में भी घोटाला निकला.