बुराड़ी कांड: 'साइकोलॉजिकल ऑटोप्सी' आई सामने, भाटिया परिवार के 11 लोगों की मौत को लेकर चौंकानेवाला खुलासा
गौरतलब है कि दिल्ली की सबसे बड़ी सनसनीखेज घटना में बुराड़ी स्थित एक घर में एक जुलाई की सुबह एक ही परिवार के 11 लोग संदिग्ध हालात में मृत पाए गए थे. मृतकों में सात महिलाएं व चार पुरुष थे
नई दिल्ली. दिल्ली के बुराड़ी कांड में 30 जून की रात में दिलदहला देने वाली घटना हुई थी. इसमें एक ही परिवार के सभी 11 सदस्यों ने रहस्यमय तरीके से सुसाइड कर ली थी. एक ही परिवार के 11 लोगों की रहस्यमयी मौत को लेकर पूरे देश में चर्चा शुरू हो गई थी. वहीं अब इस घटना से जुड़ी 11 सदस्यों की साइकोलॉजिकल ऑटोप्सी की रिपोर्ट मिल गई. बता दें कि पुलिस ने जुलाई में मृतकों की साइकोलॉजिकल ऑटोप्सी कराने के लिए सी.बी.आई. को पत्र लिखा था.
इस मामले में सीबीआई को परिवार द्वारा लिखी गयी उन सभी डायरियों को सौंपा गया था, जिनमें परिवार के सदस्य 11 साल से भगवान से मिलने के बारे में लिखा गया है. रिपोर्ट के मुताबिक परिवार के सभी लोगों की मौत फांसी लगाने से हुई थी. किसी कि हत्या नहीं किया था. सीबीआई की इस रिपोर्ट और दिल्ली पुलिस के रिपोर्ट एक सामान हैं. बता दें कि दिल्ली पुलिस ने बुराड़ी कांड में एक जुलाई को मृत पाए गए 11 लोगों की मनोवैज्ञानिक ऑटोप्सी कराने का फैसला किया था.
गौरतलब है कि दिल्ली की सबसे बड़ी सनसनीखेज घटना में बुराड़ी स्थित एक घर में एक जुलाई की सुबह एक ही परिवार के 11 लोग संदिग्ध हालात में मृत पाए गए थे. मृतकों में सात महिलाएं व चार पुरुष थे, जिनमें दो नाबालिग थे.
बता दें कि शवों के मुंह और आंखों पर पट्टी बंधी हुई थी. मरने वालों में नारायणी देवी, उसके दो बेटों भवनेश और ललित, उसकी बहुएं सविता और टीना, उसकी बेटी प्रतिभा के साथ ही प्रियंका, नीतू, मोनू ध्रुव और शिवम के रूप में हुई है. परिवार राजस्थान का रहने वाला था.