बुलंदशहर हिंसा: आरोपी जीतू फौजी के बचाव में उतरा भाई, कहा- साजिश के तहत फंसाया जा रहा है
उसके भाई का कहना है कि जीतू को फ़साने के लिए एक साजिश रची जा रही है. बता दें कि उत्तर प्रदेश के बुलंद शहर में तीन दिसंबर को गौकशी को लेकर भड़की हिंसा के दौरान इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की गोली लगने से मौत हो गई थी.
लखनऊ: बुलंदशहर हिंसा मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस जम्मू- कश्मीर से फौजी जीतू को हिरासत में लेने के बाद उसे उत्तर प्रदेश लेकर आ रही है. इस बीच जो खबर है जीतू के बचाव में उसका फौजी भाई धर्मेंद्र मलिक उतर आया है. उसके भाई का कहना है कि जीतू को फ़साने के लिए एक साजिश रची जा रही है. बता दें कि उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में तीन दिसंबर को गौकशी को लेकर भड़की हिंसा के दौरान इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की गोली लगने से मौत हो गई थी. सुबोध कुमार को गोली लगने के बाद ऐसा कहा रहा है कि फौजी जीतू ने ही इंस्पेक्टर पर गोली चलाई थी. घटना के बाद वह गिरफ्तारी से बचने के लिए ड्यूटी पर भाग गया.
फैजी जीतू जिसका नाम जितेंद्र मलिक है उसके बचाव में उसके भाई (जितेंद्र मलिक) का कहना है कि उसके भाई का बुलंदशहर हिंसा मामले में किसी भी तरह का हाथ नहीं है. वह पूरी तरह से बेकसूर है. उसने इंस्पेक्टर सुबोध कुमार के ऊपर गोली नहीं चलाया है. मेरे पास सबूत है कि उस दिन जीतू फौजी मौके पर मौजूद नहीं था. वहीं इस मामले में वह सीएम योगी आदित्यनाथ से मदद की गुहार लगाई है. यह भी पढ़े: बुलंदशहर हिंसा: हरकत में आई योगी सरकार, 2 पुलिस अधिकारीयों को किया ट्रांसफर
गौरतलब हो कि बुलंदशहर हिंसा में मारे गए इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह और पुलिस पर हमला करने के मामले में दर्ज एफआईआर में जीतू फौजी का नाम भी शामिल है. वह इस समय जम्मू-कश्मीर के सोपोर में तैनात है. इस मामले में पुलिस ने कुछ आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद उनसे पूछताछ में मामूम पड़ा है कि इंस्पेक्टर सुबोध कुमार पर जीतू ने ही गोली चलाई थी. हालांकि एक दिन पहले शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के आला अधिकारियों का कहना था गोलीबारी में जीतू का संबधं सीधे तौर नहीं है. लेकिन एफआईआर में उसका नाम है. इसलिए उससे पूछताछ के लिए उसे गिरफ्तार किया जाएंगा
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