18 साल के अथर्व भटनागर का दिल्ली में रोड एक्सीडेंट हुआ, उन्हें आकाश हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया. 7 मार्च को हुए रोड एक्सीडेंट के बाद अथर्व ने 13 मार्च को आखरी सांस ली. डॉक्टरों ने ब्रेन डेड डिक्लेयर कर दिया गया.
13 मार्च को अस्पताल से अथर्व के अंगों को लेकर एक साथ कई एंबुलेंस दिल्ली यूपी और हरियाणा में जरूरतमंद मरीजों को समय रहते अंगों को पहुंचाने का काम कर रही थी. अथर्व के परिवार वालों ने उसके सभी अंगों को दान करने फैसला लिया. अथर्व भटनागर के दान किए गए सभी अंगों को समय रहते जरूरतमंद मरीजों तक पहुंचा दिया गया.
18 साल के लड़के ने किया सभी अंगों का दान, ग्रीन कॉरिडोर से पहुंचाया गए ऑर्गन्स, 7 लोगों को मिली नई जिंदगी
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— Zee News (@ZeeNews) March 14, 2024
अथर्व के दिल को न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी के फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हॉस्पिटल में 51 साल के मरीज में कामयाबी के साथ ट्रांसप्लांट कर दिया गया. उसके दोनों फेफड़ों को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में पहुंचाए गए और मरीज में लगा दिए गए.
अथर्व से मिला लीवर द्वारका के ही आकाश अस्पताल में 55 वर्ष के एक मरीज को लगाया गया. एक किडनी आकाश अस्पताल में ही एक 42 वर्ष की महिला मरीज के काम आई. वहीं दूसरी किडनी गाजियाबाद के मैक्स अस्पताल में 24 साल के युवा मरीज को लगाई गई. अथर्व की आंखों को श्रॉफआई हॉस्पिटल के लिए डोनेट कर दिया गया. हालांकि पेनक्रियाज और इंटेस्टाइन के लिए अभी तक कोई मरीज नहीं मिल सका है.
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