लग रहा है कि लोकसभा चुनाव 2019 (lok sabha elections 2019) की राह एनडीए (NDA) के लिए आसान नहीं होगी. क्योंकि एनडीए में कुछ ठीक नहीं चल रहा है. एक तरफ जहां पर महाराष्ट्र में शिवसेना तीखे तेवर अपनाकर बैठी है. तो वहीं सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के काबिना मंत्री ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar)ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को प्रधानमंत्री पद के लिए फिट उम्मीदवार करार दिया है. इस दौरान उन्होंने कहा कि लेकिन फैसला जनता के हाथ में हैं.
इसके साथ ही जब उनसे प्रियंका गांधी के इंट्री पर पूछा गया तो उन्होंने कहा कि प्रियंका वोट में कितना इजाफा करने में सफल होंगी, यह तो समय बतायेगा. ऐसा पहली बार नहीं है जब राजभर ने केंद्र सरकार पर तंज कस चुके हैं. वहीं अब यह भी खबर आ रही है कि प्रयागराज में आयोजित प्रदेश सरकार के कैबिनेट की बैठक में मंत्री ओम प्रकाश राजभर शामिल नहीं होंगे. बता दें कि राजभर सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट नहीं लागू होने से नाराज चल रहे हैं. उन्होंने इससे पहले अल्टीमेटम दे रखा है कि 24 फरवरी तक इसे लागू नहीं किया गया तो वह 25 फरवरी को गठबंधन से बाहर हो सकते हैं.
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शिवसेना पर बीजेपी में ठनाठनी
बता दें कि महाराष्ट्र (Maharashtra) के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने शिवसेना-बीजेपी गठबंधन (Shiv Sena-BJP Alliance) में शिवसेना के ‘बड़े भाई’ (Big Brother) होने के दावे के जवाब में कहा कि उनकी पार्टी शिवसेना से गठबंधन के लिए कोई उतावली नहीं है. वह जालना (Jalna) में बीजेपी की प्रदेश कार्यकारिणी समिति की एक दिवसीय बैठक के समापन भाषण में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि बीजेपी शिवसेना के साथ गठबंधन चाहती है लेकिन हम इसके लिए कोई उतावले नहीं हैं.
हम हिंदुत्व (Hindutva) के संरक्षक के तौर पर गठबंधन और भ्रष्टाचार (Corruption) के खिलाफ मजबूत ताकत चाहते हैं. राज्य में बीजेपी के कई मंत्रियों ने पहले कहा कि शिवसेना के साथ गठबंधन हिंदुत्व विरोधी ताकतों (Anti-Hindutva Forces) को रोकने के लिए आवश्यक है.