इंदौर 23 नवंबर : भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव में महायुति को मिलती बड़ी सफलता के बीच कहा है कि वहां के कार्यकर्ताओं की इच्छा है कि देवेंद्र फड़नवीस मुख्यमंत्री बनें. इंदौर में कैलाश विजयवर्गीय ने महाराष्ट्र में भाजपा और महायुति को मिली सफलता का श्रेय कार्यकर्ताओं की मेहनत को दिया. साथ ही कहा है कि मुख्यमंत्री का चयन पार्टी नेतृत्व और गठबंधन वाले तीनों दल के नेता करेंगे, मगर महाराष्ट्र के पार्टी कार्यकर्ताओं की इच्छा है कि देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री बनाया जाए.
महाराष्ट्र में भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन को मिलती सफलता और कांग्रेस की ओर से लगाए जा रहे आरोपों का जिक्र करते हुए विजयवर्गीय ने कहा कि जब कांग्रेस जीत जाती है तो सब ठीक है और जब हार मिलती है तो ईवीएम को दोषी ठहराया जाता है. राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने तो पहले ही ईवीएम लेकर कह दिया था कि उन्हें किसी ईवीएम वाले ने बताया है कि भाजपा जीत रही है. विजयवर्गीय ने कहा कि महाराष्ट्र बीजेपी ईवीएम के कारण जीत रही है, मगर झारखंड में क्यों नहीं जीती. जब हारते हैं तो कपड़े फाड़ते हैं, प्रजातंत्र में हार और जीत को स्वीकारने का साहस होना चाहिए. बड़ा दिल होना चाहिए, लेकिन यह बड़ा दिल इन नेताओं के पास नहीं है. यह भी पढ़ें : Maharashtra Election Results 2024: बालासाहेब ठाकरे के विचारों की जीत! महायुति की ऐतिहासिक विजय पर बोले CM शिंदे
भाजपा की बड़ी जीत की वजह के सवाल पर विजयवर्गीय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नेतृत्व, भाजपा की विचारधारा और जो हमने कहा, वह किया उसका विश्वास है. महायुति गठबंधन ने बहुत मेहनत की और सहयोगियों ने एक-दूसरे का साथ दिया. नितिन गडकरी तथा देवेंद्र फडनवीस के नेतृत्व में खूब काम हुआ. पार्टी के कार्यकर्ता ने हमारी विचारधारा को जन-जन तक पहुंचा.
महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री कौन हो, इस सवाल के जवाब में विजयवर्गीय ने कहा कि यह फैसला तो हमारा हाईकमान और तीनों दलों के नेता करेंगे, पर कार्यकर्ताओं की मंशा है कि देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री बने. महाराष्ट्र के कार्यकर्ताओं से जो बात हुई है, उसमें उन्होंने अपनी मंशा जाहिर की है. सभी एकमत है कि देवेंद्र फडणवीस को महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनना चाहिए. राज्य के मंत्री कैलाश विजयवर्गी भी महाराष्ट्र में विधानसभा का चुनाव प्रचार करने गए थे और उनके पास भी बड़ी जिम्मेदारी थी. जिन स्थानों पर उन्होंने प्रचार की कमान संभाली उन इलाकों में पार्टी को बड़ी सफलता मिली है.