नई दिल्ली: देश में #MeToo कैंपेन के तहत एक के बाद एक नए खुलासे हो रहे हैं. इस कैंपेन से जुड़कर महिलाएं अपने खिलाफ हुई यौन शोषण की घटनाओं को सोशल मीडिया के जरिए देश के सामने रख रख रहीं हैं. #MeToo के तहत हर दिन हो रहे खुलासे पूरे देश में सुर्खियों का विषय बने हुए हैं. बॉलीवुड से लेकर राजनीति, पत्रकारिता जैसे क्षेत्रों से जुड़ी महिलाओं ने अपने साथ हुई बदसलूकी और यौन शोषण की घटनाओं का खुलासा कर रहीं हैं. वहीं इस मुद्दे पर सभी अपने अलग-अलग बयान सामने रख रहें हैं. इसी कड़ी में बीजेपी की एक महिला विधायक ऊषा ठाकुर ने विवादित बयान दिया है.
मध्य प्रदेश के इंदौर से विधायक ऊषा ठाकुर ने कहा, ”महिलाएं तरक्की के लिए शॉर्टकट अपनाती हैं. निजी स्वार्थों के लिए नैतिक मूल्यों से समझौता करती हैं. इसलिए समस्यायों में फंसती हैं. जीवन मूल्यों से समझौता कर पाई गई सफलता निरर्थक है.”
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इस्तीफा समस्या का हल नहीं
विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर पर लगे यौन शोषण के आरोपों के बाद उनके इस्तीफे की अटकलों को लेकर कट्टर हिन्दूवादी छवि की मानी जाने वाली ऊषा ठाकुर ने कहा कि इस्तीफा इस समस्या का हल नहीं है, समाज में गिरते नौतिक मूल्यों को बचाने का प्रयास होना चाहिए.
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गौरतलब है कि एमजे के खिलाफ 10 से अधिक महिला पत्रकारों ने यौन उत्पीड़न और अनुचित व्यवहार के आरोप लगाए हैं. यह मामला तब का है जब एमजे अकबर शीर्ष मीडिया संस्थानों में कार्यरत थे.