नई दिल्ली: कृषि बिल को लेकर किसानों का आंदोलन उग्र होते जा रहा है. अब तक केंद्र सरकार को लगा था कि किसान उनकी बात को मान जायेग और अपना आंदोलन वे सरकार के साथ बातचीत करने के लिए बुराड़ी मैदान में लेकर जाएगा. जहां उनके आंदोलन को खत्म करने के बारे में बात की जाएगी. लेकिन रविवार देर शाम किसानों ने गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) के उस प्रस्ताव को ठुकरा दिया. जिसमें उन्होंने कहा था कि किसान अपना आंदोलन जहां पर वे है वहां से लेकर वे बुराड़ी मैदान चले जाये. उन्होंने कहा कि सरकार जहां उनके आंदोलन को लेकर जाने के बार में कह रही है. वह कोई आंदोलन की जगह नहीं है. इसलिए उनका आंदोलन वहां नहीं जायेगी. बल्कि बातचीत के लिए उनका आंदोलन जायेगा तो दिल्ली ही जायेगा.
किसानों के जिद के आगे सरकार को आभास हो गया है कि वे अब मानने वाले नहीं हैं. इसलिए उनके बढ़ते उग्र आंदोलन को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, घर केंद्रीय मंत्रियों की एक बैठक चल रही है. इस बैठक में केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोहर मौजूद हैं. मीडिया के हवाले से ख़बरों की माने तो किसान आंदोलन कैसे खत्म करे, इस पर बात चल रही है. यह भी पढ़े: Farmers Protest: किसान आंदोलन को सुलझाने के लिए गृहमंत्री अमित शाह ने संभाली कमान
Delhi: BJP chief JP Nadda, Union Home Minister Amit Shah, Defence Minister Rajnath Singh and Union Agriculture Minister Narendra Singh Tomar hold a meeting over farmers protest at BJP chief's residence.
— ANI (@ANI) November 29, 2020
बता दें कि पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश केर किसानों का 26 नवंबर से कृषि बिल के विरोध में आंदोलन चल रहा है. किसानों की मांग है कि सरकार इस बिल को वापस ले. क्योंकि यह बिल उनके लिए नुकसानदेय है. इसलिए उन्हें यह कानून मंजूर नहीं हैं. हालांकि इसके पहले पहले केंद्र सरकार और किसानों के बीच अब तक तीन दौर की बात हो चुकी हैं. लेकिन तीनों दौर के बैठक के दौरान बीच का कोई रास्ता नहीं निकल सका है.