Gangster Lawrence Bishnoi: दाऊद इब्राहीम की तरह नेटवर्क फैला रहा बिश्नोई गैंग, फिर भी लॉरेंस को कस्टडी में नहीं ले पा रही मुंबई पुलिस; यहां जानें कारण
बिश्नोई ने पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या की भी जिम्मेदारी ली थी और सलमान खान के घर पर हुई फायरिंग में भी उसकी संलिप्तता सामने आई थी. इसके बाद मुंबई पुलिस ने कई बार कस्टडी की मांग की, लेकिन सफलता नहीं मिली.
Gangster Lawrence Bishnoi: बिश्नोई गैंग ने महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और एनसीपी नेता बाबा सिद्धिकी के हत्या की जिम्मेदारी ली. इस हत्या में गिरफ्तार किए गए शूटर भी इस गैंग से जुड़े होने का दावा कर रहे हैं. इसके बावजूद मुंबई क्राइम ब्रांच को गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की कस्टडी हासिल करने में लगातार मुश्किलें आ रही हैं. इसका मुख्य कारण गृह मंत्रालय का एक आदेश है, जो बिश्नोई को साबरमती जेल से स्थानांतरित करने पर रोक लगाता है. यह आदेश पहले अगस्त 2024 तक प्रभावी था, लेकिन अब इसे बढ़ा दिया गया है. बिश्नोई इस समय गुजरात की साबरमती जेल में बंद है, जबकि उसका नाम कई हाई-प्रोफाइल मामलों में सामने आया है.
उसने पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या की भी जिम्मेदारी ली थी और सलमान खान के घर पर हुई फायरिंग में भी उसकी संलिप्तता सामने आई थी. इसके बाद मुंबई पुलिस ने कई बार कस्टडी की मांग की, लेकिन सफलता नहीं मिली.
बाबा सिद्धिकी की हत्या के संदर्भ में, गिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वे बिश्नोई गैंग से संबंधित हैं. इसके अलावा, सोशल मीडिया पर एक पोस्ट भी आई है, जिसमें हत्या की जिम्मेदारी ली गई है. इस पोस्ट में कहा गया है कि सिद्धिकी को सलमान खान से निकटता के कारण निशाना बनाया गया. बिश्नोई गैंग को सलमान पर तब से नजर है, जब उन्होंने दो काले हिरणों का शिकार किया था, जो बिश्नोई समुदाय द्वारा पूजनीय हैं. पोस्ट में यह भी चेतावनी दी गई है कि जो भी सलमान या दाऊद गैंग की मदद करेगा, उसे इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे.
जानकारी के अनुसार, बिश्नोई को अगस्त 2023 में दिल्ली की तिहाड़ जेल से साबरमती जेल में शिफ्ट किया गया था, जो कि ड्रग्स के क्रॉस-बॉर्डर स्मगलिंग से संबंधित मामले में है. बिश्नोई के खिलाफ दर्जनों मामले हैं. बिश्नोई के जेल में रहते हुए उसके गैंग का संचालन तीन वांछित गैंगस्टरों उसके भाई अनमोल बिश्नोई, गोल्डी बराड़, और रोहित गोदारा द्वारा किया जा रहा है, जो विदेश में हैं.
एनआईए की चार्जशीट में कहा गया है कि यह आतंकवादी सिंडिकेट तेजी से फैल रहा है, ठीक उसी तरह जैसे 1990 के दशक में दाऊद इब्राहीम ने अपने नेटवर्क का विस्तार किया था.