Bird flu: मध्यप्रदेश ने बर्ड फ्लू से बचने के लिए उठाया ये कदम
मध्य प्रदेश में कौओं में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है, मगर मुर्गो में अभी तक फ्लू के फैलने के प्रमाण नहीं मिले हैं, फिर भी राज्य में दक्षिण भारत के केरल सहित सीमावर्ती राज्यों से 10 दिन तक के लिए मुर्गो की सप्लाई पर अस्थाई तौर पर प्रतिबंधित लगा दिया गया है.
इंदौर/भोपाल 7 जनवरी : मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में कौओं में बर्ड फ्लू (Bird flu) की पुष्टि हुई है, मगर मुर्गो में अभी तक फ्लू के फैलने के प्रमाण नहीं मिले हैं, फिर भी राज्य में दक्षिण भारत के केरल सहित सीमावर्ती राज्यों से 10 दिन तक के लिए मुर्गो की सप्लाई पर अस्थाई तौर पर प्रतिबंधित लगा दिया गया है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने कहा है कि, "केरल और दक्षिण भारत के कुछ अन्य राज्यों से भेजे गए मुर्गे-मुर्गी अगले 10 दिन तक मध्यप्रदेश में प्रवेश नहीं कर सकेंगे. इसके साथ ही मुर्गे-मुर्गियों के अंतरराज्यीय परिवहन पर रोक को लेकर मध्यप्रदेश के सीमावर्ती जिलों के प्रशासन को निर्देश जारी किए जा रहे हैं."
वहीं राज्य के पशुपालन मंत्री प्रेम सिंह पटेल (Prem Singh Patel) ने कहा है कि, "प्रदेश के पोल्ट्री फार्मो और बैकयार्ड कुक्कुट में किसी प्रकार से मुर्गियों में अप्राकृतिक मृत्यु की सूचना नहीं मिली है. इसलिये मांस की दुकानों पर बिक्री संबंधित कोई प्रतिबंध नहीं लगाया गया है. ये दुकानें पूर्ण सावधानी एवं सतर्कता के साथ यथावत खुली रहेंगी. सभी कलेक्टरों को निर्देश दिये गये हैं कि कुक्कुट-पालकों और व्यवसाइयों के साथ बैठक कर बर्ड फ्लू से बचाव, पोल्ट्री फार्मो में साफ-सफाई और जन-सामान्य को कुक्कुट उत्पादों को अच्छी तरह से पकाकर उपयोग में लाने की जानकारी दें." यह भी पढ़ें : Bird Flu: बर्ड फ्लू के बढ़ते खतरे के चलते इस राज्य का बड़ा फैसला, चिकन बेचने पर लगाया प्रतिबंध
पटेल ने बताया कि, "कौओं में पाया जाने वाला वायरस एच5एन8 है, जबकि मुर्गियों में सामान्यत वायरस एच5एन1 होता है. भोपाल में राज्य-स्तरीय और सभी जिलों में जिला-स्तरीय कंट्रोल-रूम की स्थापना कर दी गई है. कुक्कुट-पालकों, व्यवसाइयों और लोगों को बर्ड फ्लू के विरुद्ध जागरूक किया जा रहा है. सभी जिलों को भारत सरकार की एडवाइजरी के अनुसार कार्यवाही, सतर्कता और सावधानी बरतने के निर्देश दिये गये हैं."