नई दिल्ली: ऑनलाइन रिटेलर कंपनी फ्लिपकार्ट के को-फाउंडर और सीईओ बिन्नी बंसल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. अमेरिकी बहुराष्ट्रीय रिटेल कंपनी वॉलमार्ट ने इसकी पुष्टी करते हुए कहा कि गंभीर किस्म के व्यक्तिगत कदाचार के आरोपों को लेकर बिन्नी बंसल ने इस्तीफा दिया है. हालांकि बिन्नी बंसल ने जांच के कारण इस्तीफे की बात को नकारा है.
फ्लिपकार्ट ने कहा है कि बिन्नी बंसल का इस्तीफा तुरंत स्वीकार कर लिया गया है. वॉलमार्ट ने एक बयान में कहा है कि जांच में बिन्नी के खिलाफ सबूत नहीं मिले. हालांकि इस दौरान बिन्नी ने जिस तरह से व्यवहार किया इसमें खामियां मिली है. इससे जांच के दौरान पारदर्शिता में कमी आई. इस लिए उनका इस्तीफा स्वीकारा गया है.
वॉलमार्ट ने बयान में कहा, ‘‘बिन्नी ने इस्तीफा देने का फैसला फ्लिपकार्ट और वॉलमार्ट की ओर से स्वतंत्र रूप से गंभीर व्यक्तिगत कदाचार के आरोपों की जांच के बाद दिया है. हालांकि उन्होंने इन आरोपों का खंडन किया है. यह हमारी जिम्मेदारी है कि यह जांच ठीक से और गहन तरीके से हो.’’
Flipkart Group CEO Binny Bansal resigns after misconduct probe, reports Reuters pic.twitter.com/XB5kUTp5H2
— ANI (@ANI) November 13, 2018
गौरतलब हो कि बिन्नी बंसल और सचिन बंसल ने संयुक्त रूप से देश की सबसे बड़ी आनलाइन रिटेल कंपनी फ्लिपकार्ट की स्थापना की थी. वालमार्ट ने अगस्त में ई-कॉमर्स क्षेत्र की अग्रणी कंपनी फ्लिकार्ट में करीब 77 फीसदी हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया. जिसके बाद से वॉलमार्ट फ्लिपकार्ट में बड़ा बदलाव करने की योजना बना रहा था. इसी कड़ी में रिटेल समूह फ्लिपकार्ट बिन्नी बंसल की जगह नया ग्रुप सीईओ नियुक्त करने पर विचार कर रहा था.
वॉलमार्ट और फ्लिपकार्ट के डील के कुछ दिनों बाद ही कंपनी के दूसरे को-फाउंडर सचिन बंसल ने बिन्नी बंसल से रास्ता अलग कर लिया था. जिससे यह बरसों पुरानी जोड़ी टूट गई थी. दरअसल सचिन बंसल ने वॉलमार्ट के फ्लिपकार्ट को खरीदने के बाद अपनी 5.5 फीसदी हिस्सेदारी एक अरब डॉलर में बेच दी. जिससे सचिन बंसल फ्लिपकार्ट समूह से बाहर हो गए. जबकि फ्लिपकार्ट में बिन्नी की 6 फीसदी की अभी भी हिस्सेदारी है.