बिहार के मुंगेर (Munger) में मूर्ति विसर्जन की घटना के बाद शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. इसी कड़ी में आज भी जमकर हंगामा और तोड़फोड़ हुआ. भड़के हुए अज्ञात लोगों की भीड़ ने एसपी कार्यालय और एसडीओ आवास में जमकर तोड़फोड़ की. इस दौरान बहार खड़ी सरकारी गाड़ियों को आग भी लगा दी. दरअसल भीड़ देवी दुर्गा के विसर्जन के समय 26 अक्टूबर को गोलीबारी (Munger Police Firing) की घटना के दौरान एक व्यक्ति की मौत के खिलाफ प्रदर्शन कर रही थी और मुंगेर के एसपी और एसडीओ के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी. वहीं, चुनाव आयोग ने मुंगेर के हालात को देखते हुए डीएम और एसपी को हटाने का आदेश दिया है.
चुनाव आयोग ने इसके साथ ही घटना की जांच का आदेश असंगबा चुबा एओ, डिवीजनल कमिश्नर, मगध दी है, जिसे अगले सात दिनों में पूरा करना होगा. इसके अलावा नए डीएम और एसपी को आज मुंगेर में ही तैनात किया जाएगा. बता दें कि मुंगेर जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र में दशहरा के मौके पर दुर्गा मूर्ति विसर्जन के दौरान लोगों और पुलिस के बीच हुई हिंसक झड़प में एक व्यक्ति की मौत हो गई और 10 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे.
ANI का ट्वीट:-
Election Commission of India (ECI) orders immediate removal of SP & DM of Munger. An inquiry has been ordered into the incident by Asangba Chuba Ao, Divisional Commissioner, Magadh that has to be completed with the next seven days. New DM & SP to be posted in Munger today itself. https://t.co/hQicA6zArM
— ANI (@ANI) October 29, 2020
वहीं, विपक्षी दलों के महागठबंधन ने बुधवार को मुंगेर में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के समय हुई हिंसक झड़प में एक युवक की मौत को लेकर सरकार को घेरा था. कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने घटना की निंदा करते हुए कहा था, प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं. मां दुर्गा के भक्तों पर गोली और लाठी चलाई गई. मोदी और नीतीश की पुलिस ने उन भक्तों पर लाठियां चलाईं. एक युवा अनुराग के सिर में गोली मारी गई. मैं पूछता हूं कि क्या इससे भी बड़ा कोई दुख हो सकता है. बिहार में आज निर्लज्ज और निष्ठुर सरकार है.