बिहार (Bihar) में एक्यूट इन्सेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) (Acute Encephalitis Syndrome - AES) यानी चमकी बुखार (Chamki Fever) का कहर लगातार जारी है. इस बुखार की चपेट में आकर अब तक बिहार में 160 से ज्यादा बच्चों की मौत हो गई है. बात करें बिहार के मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) की तो इस जिले में अब तक 129 से भी ज्यादा बच्चे चमकी बुखार की वजह से दम तोड़ चुके हैं. यहां बद से बदतर होते हालात के बीच राजनीतिक दौरों का सिलसिला भी जारी है. इसी बीच जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष और सीपीआई के नेता कन्हैया कुमार (Kanhaiya Kumar) पीड़ित बच्चों से मिलने के लिए मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच अस्पताल पहुंचे.
बताया जा रहा है कि एसकेएमसीएच अस्पताल (SKMCH Hospital) में कन्हैया कुमार बड़ी संख्या में अपने समर्थकों के साथ पहुंचे, लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें अस्पताल के अंदर जाने की इजाजत नहीं दी. हालांकि काफी जद्दोजहद के बाद कन्हैया को दो-तीन समर्थकों के साथ अस्पताल के अंदर दाखिल होने की इजाजत दी गई. कन्हैया कुमार ने जिस अस्पताल का दौरा किया वहां चमकी बुखार से 108 मरीजों की मौत हो चुकी है.
SKMCH अस्पताल पहुंचे कन्हैया कुमार-
Bihar: Communist Party of India's Kanhaiya Kumar visits SKMCH Hospital in Muzaffarpur where 108 people have died due to Acute Encephalitis Syndrome (AES). pic.twitter.com/9NIRf0Gwzb
— ANI (@ANI) June 22, 2019
इस अस्पताल का दौरा करके कन्हैया कुमार ने मरीजों का हाल जाना और उनके परिजनों से भी मुलाकात की. इस दौरान कन्हैया कुमार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि इस मुद्दे पर वो कोई राजनीति नहीं करना चाहते हैं. यह वक्त अभी मरीजों के लिए प्रार्थना करने का है. यह भी पढ़ें: बिहार में चमकी बुखार का कहर जारी, मरने वाले बच्चों की संख्या लगभग 140 से ज्यादा
गौरतलब है कि बिहार में एक्यूट इन्सेफेलाइटिस सिंड्रोम की वजह से अब तक 160 से भी ज्यादा बच्चों की मौत हो चुकी है. वहीं करीब 650 से भी ज्यादा मरीज प्रभावित हुए हैं, जबकि मुजफ्फरपुर जिले में ही अब तक 580 बच्चे इस बीमारी से प्रभावित हुए हैं. फिलहाल SKMCH और केजरीवाल अस्पताल में करीब 131 बच्चों का इलाज किया जा रहा है.