![SHOCKING! बेटे का शव देने के बदले अस्पताल के कर्मचारी ने बुजुर्ग दंपत्ति से मांगे 50 हजार रुपये, भीख मांगने को हुए मजबूर SHOCKING! बेटे का शव देने के बदले अस्पताल के कर्मचारी ने बुजुर्ग दंपत्ति से मांगे 50 हजार रुपये, भीख मांगने को हुए मजबूर](https://hist1.latestly.com/wp-content/uploads/2022/06/1-2022-06-09T094216.948-380x214.jpg)
पटना: बिहार (Bihar) के समस्तीपुर (Samastipur) जिले से हैरान कर देने वाली खबर है. जहां एक बुजुर्ग दंपति अपने मृत बेटे के शव को अस्पताल से छुड़ाने के लिए 50,000 रुपये की भीख घर-घर जाकर मांग रहा है. इस हृदय विदारक घटना का कथित वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. दंपति का आरोप है की अस्पताल के कर्मचारी उनसे पैसे की मांग कर रहे है, चूंकि वें गरीब है इसलिए मृत बेटे का शव पाने के लिए लोगों से भीख मांग कर पैसे जुटा रहे है. Bihar: बस में नाबालिग से दरिंदगी, चालक-हेल्पर समेत 4 आरोपी गिरफ्तार, डिप्टी सीएम ने कहा- दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा
मृतक के पिता महेश ठाकुर (Mahesh Thakur) ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई को बताया "कुछ समय पहले, मेरा बेटा लापता हो गया था. जिसके बाद हमें फोन आया है कि बेटे का शव समस्तीपुर के सदर अस्पताल (Sadar Hospital) में है. अस्पताल के एक कर्मचारी ने मेरे बेटे का शव देने के बदले 50,000 रुपये मांगे. हम गरीब लोग हैं, इतनी बड़ी रकम हम कैसे दे पाएंगे?"
इस घटना के कथित वीडियो ने नेटिज़न्स को झकझोर कर रख दिया है. लोगों ने अस्पताल प्रशासन को उसके इस अमानवीय व्यवहार के लिए फटकारा है. हालांकि अब अस्पताल प्रशासन ने सख्त कार्रवाई का भरोसा दिया है. समस्तीपुर सदर अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ एसके चौधरी (SK Chaudhary) ने एएनआई के हवाले से कहा, "हम निश्चित रूप से इस मामले में सख्त कार्रवाई करेंगे, जिम्मेदार पाए जाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा."
Samastipur, Bihar | Parents of a youth beg to collect money to get the mortal remains of their son released from Sadar Hospital after a hospital employee allegedly asked for Rs 50,000 to release the body pic.twitter.com/rezk7p6FyG
— ANI (@ANI) June 8, 2022
समस्तीपुर के ही विद्यापतिनगर थाना क्षेत्र में एक परिवार के पांच सदस्यों के आत्महत्या करने की घटना ने भी गरीबी की दर्दनाक दास्तां बयां की. मऊ धनेशपुर दक्षिण गांव में रविवार को परिवार के पांच लोगों के शव फंदे से लटकती मिली थी. मृतकों की पहचान मनोज झा, उसकी पत्नी सुंदरमनी देवी, उनकी मां सीता देवी और बच्चे सत्यम व शिवम के रूप में हुई. घटना का कारण आर्थिक तंगी बताई जा रही है. सूत्रों के मुताबिक, झा का परिवार कुछ कर्ज ले रखा था, जिस कारण वह दबाव में था.