सहारनपुर. पिछले साल जून महीने से रासुका के मामले में जेल में बंद भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद उर्फ रावण को सहारनपुर की जेल से रिहा कर दिया गया है. रावण को साल 2017 में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासूका) के तहत सहारनपुर में जातीय दंगा फैलाने के आरोप में जेल भेजा गया था. बता दें कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने रावण को रिहा करने का आदेश बुधवार को जारी कर दिया था.
शुक्रवार तड़के सुबह करीब पौने तीन बजे चंद्रशेखर को रिहा किया गया. वहीं रावण की रिहाई की खबर सुनकर बड़ी संख्या में उनके समर्थक जेल के बाहर खड़े थे. रावण जेल से 16 महीने बाद रिहा हुए हैं. जेल से बाहर आने के बाद रावण ने सीधे बीजेपी पर हमला कर दिया. चंद्रशेखर उर्फ रावण ने बीजेपी को 2019 में बीजेपी को सत्ता से उखाड़ फेंकने की अपील की है. रावण की रिहाई के बाद एक बार फिर से सियासी गलियारे में हलचल तेज हो गई है.
Saharanpur: Bhim Army Chief Chandrashekhar alias Ravan comes out of jail after Uttar Pradesh government ordered his early release. He was jailed under NSA charges in connection with the 2017 Saharanpur caste violence case pic.twitter.com/kqE0fz53Yj
— ANI UP (@ANINewsUP) September 13, 2018
गौरतलब हो कि रावण को एक नवंबर 2018 तक जेल में रहना था. चंद्रशेखर उर्फ रावण को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हुए जातिगत संघर्ष का जिम्मेदार बताते हुए यूपी पुलिस ने गिरफ्तार किया था. इस हिंसा के दौरान पूरे सहारनपुर में एक महीने तक तनाव बना हुआ था. यह हिंसा ठाकुर बनाम दलित के बीच हुआ था.
27 अप्रैल 2018 को इलाहाबाद हाई कोर्ट ने चंद्रशेखर उर्फ रावण की रासुका के तहत हिरासत के आदेश को रद्द करने की याचिका खारिज कर दी थी. वहीं गिरफ्तारी के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से चंद्रशेखर आजाद 'रावण' की रिहाई की मांग करने के एमनेस्टी इंटरनेशनल इंडिया के अभियान का देश भर से 140,000 से अधिक लोगों ने समर्थन किया था.