नई दिल्ली: देश के लॉ कमीशन ने सट्टेबाजी को लेकर बड़ा सुझाव दिया है. कमीशन ने क्रिकेट समेत सभी खेलों में सट्टेबाजी को लीगल करने की सिफारिश की है. साथ ही यह भी कहा है कि प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) को आकर्षित करने के लिए स्रोत के रूप में सट्टेबाजी का इस्तेमाल किया जा सकता है. इन सुझावों के बाद भारत में बैटिंग को लीगल किया गा सकता है. बता दें कि मौजूदा समय में घोड़ों की रेस के आलावा सट्टेबाजी एक गुनाह है और इसके लिए सजा का भी प्रावधान है. मगर फिर भी गैर क़ानूनी तरीके से सट्टेबाजी होती है.
ज्ञात हो कि 2 साल पहले देश की सर्वोच्च अदालत सुप्रीम कोर्ट ने लॉ कमीशन से पूछा था कि क्या भारत में सट्टेबाजी को वैद्य करार दिया जा सकता है. उन्होंने इसके लिए नया कानून तैयार करने को लेकर भी सुझाव तलब किए थे. सुप्रीम कोर्ट द्वारा ये तब कहा गया था जब भारतीय क्रिकेट में जस्टिस लोढा कमिटी की सिफारिशों पर बेंच सुनवाई कर रही थी.
Law Commission has recommended that gambling and betting on sports, including cricket, be allowed as regulated activities taxable under the direct and indirect tax regimes and used as a source for attracting Foreign Direct Investment (FDI).
— ANI (@ANI) July 5, 2018
लॉ कमीशन द्वारा अदालत में दी गई रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में सट्टेबाजी में पाबन्दी है मगर फिर भी चोरी-छुपे लोग बैटिंग करते है. रिपोर्ट में कहा गया है कि संसद में इसे लेकर कानून बनाया जा सकता है. आयोग ने सट्टेबाजी में शामिल किसी व्यक्ति का आधार या पैन कार्ड भी लिंक करने की और काले धन का इस्तेमाल रोकने के लिए कैशलेस लेन -देन करने की भी सिफारिश की है. आयोग का कहना है कि इन्हें नियमित करके प्रत्यक्ष और परोक्ष करों के दायरे में लाया जाए
आयोग ने कहा है कि यदि सट्टेबाजी ऑनलाइन होगी तो लोग धोखाधड़ी से भी बच जाएंगे और सरकार के पास सभी चीज का ब्यौरा होगा.