चेन्नई: अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ (Bank Employees Federation of India) ने भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) से आईडीबीआई बैंक (IDBI Bank) को निजी ईकाई की श्रेणी में रखने के फैसले पर पुनर्विचार करने की मांग की है. आरबीआई को बुधवार को लिखे एक पत्र में एआईबीईए के महासचिव सी.एच.वेंकटचलम ने आरबीआई के फैसले पर यूनियन के विरोध के बारे में अवगत कराया.
वेंकटचलम ने कहा, "आईडीबीआई व आईडीबीआई बैंक को सार्वजनिक क्षेत्र के तहत बैंक बनाया गया था. कॉरपोरेट्स के अत्यधिक फंसे कर्ज की वजह से बैंक को वसूली में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है और परिणामस्वरूप इसके वित्तीय प्रदर्शन पर असर पड़ रहा है."
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उनके अनुसार, यह विडंबना है कि आरबीआई उधार लेने वालों निजी क्षेत्र के कॉरपोरेट के खिलाफ कार्रवाई की बजाय यह सूचना का अधिकार आरटीआई (Right to Information Act ), केंद्रीय सर्तकता आयोग (Central Tendency Commission) और अन्य से बचाकर आईडीबीआई बैंक को फिर से वर्गीकृत कर रहा है. आरबीआई ने हाल में आईडीबीआई को निजी क्षेत्र के बैंक के रूप में वर्गीकृत किया है.












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