सावधान! EMI रुकवाने के लिए किसी से शेयर न करें अपना OTP, नहीं तो हो सकता है बड़ा नुकसान
एसबीआई ने कहा कि EMI नहीं चुकाने के लिए OTP करने की जरुरत नहीं है. इसलिए आप अपना OTP किसी से शेयर न करें.
देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (State Bank of India) ने अपने ग्राहकों को नए स्टाइल के साइबर क्राइम को लेकर सावधान किया है. PIB ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि बैंक ईएमआई के संबंध में साइबर धोखाधड़ी से सावधान रहें ऐसे फोन कॉल आने पर यह आपसे OTP साझा करने के लिए कहेंगे. यह बात ध्यान में रखें कि EMI टालने के लिए OTP शेयरिंग की आवश्यकता नहीं है. इसलिए अपने ओटीपी को शेयर न करें. SBI ने अपने ग्राहकों को अपने OTP को शेयर नहीं करने की चेतावनी दी है.
SBI ने अपने ट्वीट में बताया है कि धोखेबाज बैंक ग्राहकों को कॉल कर अपने लोन का ईएमआई (EMI) रुकवाने के लिए अपना ओटोपी (OTP) उनसे शेयर करने के लिए कह रहे हैं. एसबीआई ने कहा कि EMI नहीं चुकाने के लिए OTP शेयर करने की जरुरत नहीं है. इसलिए आप अपना OTP किसी से शेयर न करें. एक बार ओटीपी शेयर कर दिया तो धोखेबाजों तुरंत आपके खाते से पैसे निकाल लेंगे. यह भी पढ़ें- SBI ने सस्ता किया लोन, रेपो रेट 0.75 फीसदी घटाया, EMI का बोझ होगा कम.
यहां देखें PIB और SBI का ट्वीट-
बता दें कि कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी के चलते लॉकडाउन की स्थिति को देखते हुए RBI ने सभी भारतीय बैंकों से कहा था कि वे 1 मार्च 2020 से 31 मई, 2020 के बीच अपने EMI भुगतानों पर अपने ग्राहकों को 3 महीने तक की राहत दें. RBI ने बैंको को ईएमआई को आगे बढ़ाने को कहा है. आरबीआई की सलाह के बाद सरकारी के साथ प्राइवेट बैंकों ग्राहकों को यह फायदा दे रहे हैं.
ग्राहकों को मिलने वाले इस फायदे पर साइबर फ्रॉडस की भी नजर हैं. साइबर धोखाधड़ी वाले इसी का फायदा उठाकर बैंक ग्राहकों को कॉल कर रहे हैं और EMI रुकवाने के लिए ग्राहकों से OTP मांग रहे हैं. SBI ने ग्राहकों को चेतावनी देते हुए कहा है कि किसी भी सूरत में अपना OTP किसी से शेयर न करें. EMI रुकवाने के लिए OTP की आवश्यकता नहीं है.