SBI ने सस्‍ता किया लोन, रेपो रेट 0.75 फीसदी घटाया, EMI का बोझ होगा कम
भारतीय स्टेट बैंक (फाइल फोटो)

देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्‍टेट बैंक (SBI) ने शुक्रवार को अपने रेपो रेट में 0.75 फीसद की कटौती की है. एसबीआई ने शुक्रवार को बताया उसने रेपो रेट में 0.75 फीसद की कटौती की है. SBI ने इस घोषणा के बाद लोन लेने वाले ग्राहकों को इसका पूरा लाभ देने की घोषणा की है. इससे पहले शुक्रवार को ही भारतीय रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में 0.75 फीसदी की कटौती की थी. जिसके बाद ये दरें 4.4 फीसदी के स्तर पर आ गया था. शुकवार को SBI ने अपने बयान में कहा है कि उसने एक्‍सटर्नल बेंचमार्क लिंक्‍ड लेंडिंग रेट (EBR) के साथ-साथ रेपो लिंक्‍ड लेंडिंग रेट (RLLR) में 75 आधार अंक यानी 0.75 फीसद की कटौती की है. यह 1 अप्रैल 2020 से प्रभावी होगा.

एसबीआई के रेपो रेट से जुड़े कर्ज वाले ग्राहकों की ईएमआई अप्रैल से कम होगी. क्योंकि, रेपो से जुड़ी ब्याज दरों के हर तीन महीने में रीसेट किया जाता है. रेपो रेट वह दर है जिस पर बैंकों को आरबीआई से कर्ज मिलता है.

कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव के बीच भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को अर्थव्यवस्था में नकदी प्रवाह बढ़ाने और लोन सस्ता करने के लिए रेपो दर, रिवर्स रेपो रेट, आदि में बदलाव किया. साथ ही आरबीआई ने सभी बैंकों को सलाह दी है कि वो लोन लेने वालों की ईएमआई अगले तीन महीने के लिए टाल दें. इससे ग्राहकों को काफी फायदा होगा, लेकिन यह फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) निवेशकों के लिए बुरा साबित हो सकता है. इसका सीधा असर आम जनता पर पड़ेगा.

गौरतलब है कि केंद्रीय बैंक ने शुक्रवार को मौद्रिक नीति की तीन दिवसीय समिति की बैठक के बाद रेपो दर में 0.75 फीसदी की कटौती की है. इस कटौती के बाद रेपो दर 4.40 फीसदी पर आ गई. इसके साथ ही रिवर्स रेपो दर में भी 0.90 फीसदी की कटौती कर इसे चार फीसदी पर ला दिया. रिजर्व बैंक ने बैंकों के कैश रिजर्व रेश्यो में भी एक फीसदी की कमी की है जो कि घटकर तीन फीसदी रह गई.