बालाकोट एयर स्ट्राइक पर विंग कमांडर अभिनंदन के पिता का बड़ा बयान, कहा- मारे गए होंगे 250 से 300 आतंकी
अभिनंदन वर्धमान (Photo Credits: IANS)

विंग कमांडर अभिनंदन (Abhinandan) के पिता एयर मार्शल सिम्हाकुटी वर्तमान (सेवानिवृत्त) एस. वर्तमान ने भारतीय वायुसेना (IAF) की तरफ से पाकिस्तान के बालाकोट (Balakot) में किए गए एयर स्ट्राइक (Air Strike) पर बड़ा बयान दिया है. आईआईटी मद्रास के डिफेंस स्टडीज के छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि इस ऑपरेशन में 250-300 तक आतंकियों की मारे जाने की संभावना है. उन्होंने कहा कि  इस ऑपरेशन में लेजर-गाइडेड स्मार्ट बम (SPICE-2000) का इस्तेमाल हुआ था. उन्होंने कहा कि जिस वक्त बालाकोट में आतंकियों के कैंप पर एयर स्ट्राइक हुआ, उस समय ज्यादातर टार्गेट कैंप में ही थे.

विंग कमांडर अभिनंदन के पिता ने कहा कि ढांचे के तौर पर देखें तो यहां नुकसान कम हो सकता है, लेकिन जिस तरह से हमला हुआ उससे ज्यादा से ज्यादा मौतें हुई होंगी. एयर मार्शल ने इस हमले का जिक्र करते हुए बताया कि भारतीय फाइटर जेट्स ने कैसे पाकिस्तानी विमानों को चकमा दिया. उन्होंने बताया कि हमला बालाकोट में होना था, लेकिन कुछ भारतीय फाइटर जेट जैश के मुख्यालय बहावलपुर की तरफ बढ़े. यह भी पढ़ें- बर्बादी की कगार पर पहुंच गया पाकिस्तान, वित्त मंत्री ने कबुली दिवालिया होने की बात, अब कर्ज लेने का ही बचा विकल्प

पाकिस्तान को ऐसे दिया चकमा 

एयर मार्शल ने कहा कि पाकिस्तान को लगा कि भारत जैश के मुख्यालय पर हमला करने जा रहा है. उसने इस हमले को रोकने के लिए अपने एफ-16 विमान भेजे. लेकिन ठीक उसी वक्त भारत की तरफ से बालाकोट में स्ट्राइक कर दी गईं. इस तरह से पाकिस्तानी एयरफोर्स को चकमा दिया गया. उन्होंने कहा, पाकिस्तान अलर्ट पर था और जानता था कि भारत की तरफ से जवाबी कार्रवाई हो सकती है. एयर स्ट्राइक के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि एफ-16 और उसकी अमराम मिसाइलें बहुत खतरनाक हैं. हमे बालाकोट जाते समय इसे भटकाना था और यह सुनिश्चित करना था कि पाकिस्तान के विमान दूसरी दिशा में जाएं.

एयर मार्शल ने कहा कि भारतीय वायुसेना ने जिस वक्त हमला किया था उस वक्त काफी बड़ी संख्या में आतंकी कैंप में थे और मुमकिन है कि बिल्डिंग को नुकसान कम पहुंचा हो, लेकिन जब बम देर से फटा होगा तो बड़ी संख्या में आतंकी मारे गए होंगे. गौरतलब है कि विंग कमांडर अभिनंदन ने पाकिस्तान के एफ 16 को मार गिराया था, जिसके बाद वह गलती से पाकिस्तान की सीमा में घुस गए थे और दो दिन तक पाक सेना के कब्जे में रहे थे.