अयोध्या, 28 जुलाई : यूपी के अयोध्या में एक शख्स की पुलिस हिरासत में मौत का मामला सामने आया है. परिवार वालों का आरोप है कि उत्तरखंड पुलिस के जवान उसे अपने साथ ले गए थे. मृतक पर लाखों के घोटाले का आरोप था. सिद्धार्थनगर के मोहाना थाना अंतर्गत महुलानी का रहने वाला भास्कर पांडेय एलएलबी की परीक्षा देने अयोध्या आया था. शुक्रवार देर शाम वह अपने कमरे से खाना खाने के लिए बाहर निकला था. कहा जा रहा है कि, इस दौरान उत्तराखंड पुलिस के जवान उसे अपने साथ गाड़ी में बैठाकर ले गए.
आरोप है कि पुलिसकर्मी उसे बेसुध हालत में अयोध्या के जिला अस्पताल लाए. जहां डॉक्टरों ने भास्कर को मृत घोषित कर दिया. भास्कर के दोस्त रवि के अनुसार, जब उसे लेकर गए तो वह भी उसके साथ ही मौजूद था. उन्होंने सिर्फ इतना ही बताया कि कुछ पुराना मैटर था. पुलिस ने बताया कि भास्कर के खिलाफ आरएस लॉजिस्टिक के मालिक हरीश मुंजाल ने उत्तराखंड के रुद्रपुर कोतवाली में एक तहरीर दी थी. जिसमें आरोप लगाया था कि भास्कर ने अपने साथी कर्मचारियों के साथ मिलकर कंपनी संग 52 लाख 40 हजार की धोखाधड़ी की. इसी सिलसिले में पुलिस उसे अपने साथ ले जाने आई थी. यह भी पढ़ें : दिल्ली: कोचिंग सेंटर के भूतल में पानी भरने से तीन अभ्यर्थियों की मौत, सात घंटे बाद तलाश अभियान खत्म
परिवार के आरोपों पर अयोध्या के एसएसपी राज करण नैय्यर ने कहा, "उत्तराखंड पुलिस एक केस के सिलसिले में वांछित अभियुक्त की तलाश में अयोध्या आई थी. इस दौरान पुलिस शख्स को अपने साथ लेकर चली गई. लेकिन, कुछ दूर पहुंचने के बाद उसकी तबियत बिगड़ गई और बाद में उसने दम तोड़ दिया. परिवार के आरोपों पर पुलिस जांच कर रही है. साथ ही पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी."
वहीं, भास्कर की पत्नी के भाई शुभम त्रिपाठी ने बताया कि वह डेढ़ साल पहले उत्तराखंड में नौकरी करते थे. लेकिन, दो महीने बाद वह घर लौट आए. कुछ दिन बाद भास्कर को वेतन देने के लिए वापस उत्तराखंड बुलाया गया, मगर उन्हें थाने में बंद कर दिया गया. उन्होंने कहा कि मेरे जीजाजी की हत्या की गई है. इस मामले में निष्पक्ष जांच होनी चाहिए.