नई दिल्ली: अयोध्या में राम मंदिर (Ayodhya Ram Mandir) के भूमिपूजन (Bhoomi Pujan) की तैयारियां हो चुकी है. 5 अगस्त को राम नगरी अयोध्या में भूमि पूजन समारोह आयोजित किया जाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) 'राम मंदिर' की आधारशिला रखने वाले हैं. पीएम मोदी के अलावा इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत शामिल होंगे. इसके अलावा केंद्रीय मंत्रियों और संतों के भाग लेने की उम्मीद है. इस कार्यक्रम के मेहमानों को न्योता भेजा जा चुका है.
अयोध्या केस में पक्षकार रहे इकबाल अंसारी को भी भूमि पूजन का आमंत्रण भेजा गया है. इस आमंत्रण पत्र में लिखा है श्रीराम जन्मभूमि मंदिर का भूमिपूजन और कार्यारम्भ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर कमलों के द्वारा होगा. विशिष्ट अतिथि के तौर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत मौजूद रहेंगे. यह भी पढ़ें: Ayodhya Ram Mandir: कोरोना संकट के चलते भूमि पूजन कार्यक्रम से दूर रहेंगी उमा भारती, कहा- सभी के चले जाने के बाद करूंगी रामलला के दर्शन.
राम मंदिर भूमि पूजन का आमंत्रण कार्ड
Iqbal Ansari, the main litigant in the Ayodhya land dispute case, gets invitation card for Ram Mandir #BhoomiPoojan pic.twitter.com/SW55Ub3Xn7
— Samarth (@samsrivastava31) August 3, 2020
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास की तरफ से यह आमंत्रण कार्ड भेजा गया है. राम जन्मभूमि मंदिर के भूमिपूजन कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद होंगे.
आमंत्रण कार्ड में "राम लल्ला" की एक छवि भी है. रिपोर्ट्स के चलते कोरोना संकट के बीच आयोजित "भूमि पूजन" में लगभग 150 लोगों को निमंत्रण भेजा जाएगा. मंदिर की ऊंचाई 150 फीट होगी और निर्माण 3 से 3.5 साल में पूरा होने की उम्मीद है.
राम मंदिर का भूमिपूजन बुधवार 5 अगस्त को दोपहर 12.30 बजे होगा. कोरोना संकट के चलते इस कार्यक्रम में कुछ चुनिंदा लोगों को ही आने का आमंत्रण दिया गया है. भूमिपूजन के लिए राम नगरी अयोध्या को खूब सजाया गया है.