नई दिल्ली. अयोध्या भूमि विवाद (Ayodhya Case) को लेकर देश की सबसे बड़ी अदालत ने सभी पक्षों की दलील सुनने के बाद अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है. पुरे देश को अब सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के फैसले का इंजतार है. इसके बाद से ही अफवाहों का बाजार गर्म हो गया है. मीडिया में लगातार खबरें आ रही है कि सुन्नी वक्फ बोर्ड (Sunni Waqf Board) ने विवादित जमीन के मसले को लेकर मध्यस्थता पैनल के सामने समझौता कर लिया है. इसी पर अब सुन्नी वक्फ बोर्ड की तरफ से बयान जारी कर इसे खबर को सिरे से खारिज कर दिया गया है.
बताना चाहते है कि सुन्नी वक्फ बोर्ड के वकील एजाज मकबूल (Sunni Waqf Board Advocate Ejaz Maqbool) ने सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में एक प्रेस रिलीज़ जारी कर मध्यस्थता पैनल के समक्ष अयोध्या मसले (Ayodhya Case) पर निपटारे की खबरों को नकार दिया है. यह भी पढ़े-अयोध्या केस: राजीव धवन के खिलाफ बार काउंसिल पहुंची हिंदू महासभा, नक्शा फाड़ने पर दर्ज कराई शिकायत
एजाज मकबूल बोले- मध्यस्थता पैनल को नहीं दिया समझौते का प्रस्ताव
Advocate on record for Sunni Waqf Board Ejaz Maqbool in Supreme Court has issued a press release and denied reports of settlement on Ayodhya issue before the mediation panel.
— ANI (@ANI) October 18, 2019
वही इससे पहले मीडिया में यह भी खबरें आयी थी कि सुन्नी वक्फ बोर्ड (Sunni Waqf Board) ने विवादित जमीन के बदले कहीं और जगह दिए जाने पर सहमत बनाई है. इसके साथ ही उन्होंने इस मामले में दायर अपनी अपील वापस ले ली है. हालांकि यह खबर भी बाद में अफवा ही साबित हुई.
इस खबर को नकारते हुए सुन्नी वक्फ बोर्ड (Sunni Waqf Board) के अध्यक्ष जफर फारूकी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में बोर्ड ने अपील वापस लेने का कोई हलफनामा नहीं दिया है. उन्होंने आगे कहा कि हमने मध्यस्थता पैनल को जरूर सेटेलमेंट का एक प्रपोजल दिया है. फारूकी यही नहीं रूके उन्होंने आगे कहा कि सर्वोच्य न्यायालय का जो भी निर्णय आएगा वह हमें मान्य होगा.