UNSC Permanent Membership India: संयुक्त राष्ट्र महासभा के संबोधन में पुर्तगाल के राष्ट्रपति मार्सेलो रेबेलो डी सूसा (Portugal Président Marcelo Rebelo) ने भारत को संशोधित सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य बनाने का समर्थन किया है. वहीं संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में भारत के लिए स्थायी सीट का मजबूत मामला पेश करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रविवार को राय दी कि संयुक्त राष्ट्र को इस संबंध में "सुधार" के लिए तैयार रहना चाहिए. जयशंकर ने कहा कि “अगर वे नहीं सुधरे तो क्या होगा? लोग बाहर समाधान ढूंढ लेंगे और यह एक संदेश है जिसे संयुक्त राष्ट्र को समझना होगा.''
भारत कई दशकों से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में स्थायी सीट के लिए अभियान चला रहा है. यह G4 समूह के चार देशों में से एक है, जिसमें ब्राज़ील, जर्मनी और जापान भी शामिल हैं, जो स्थायी सदस्यता की मांग कर रहे हैं.
At UNGA address, Portugal President Marcelo Rebelo de Sousa backs India, Brazil to be permanent members of a reformed Security Council.
Vdo ctsy: UN Web pic.twitter.com/EYGe0JOQcC
— Sidhant Sibal (@sidhant) September 20, 2023
भारत स्थायी सदस्यता के लिए अपनी बोली का समर्थन करने के लिए अन्य देशों से सक्रिय रूप से पैरवी कर रहा है. यह यूएनएससी सुधार की आवश्यकता पर आम सहमति बनाने के लिए भी काम कर रहा है, जिसमें नए स्थायी और गैर-स्थायी सदस्यों को शामिल करने के लिए परिषद का विस्तार करना शामिल होगा.
यूएनएससी का स्थायी सदस्य बनने के भारत के प्रयास संयुक्त राष्ट्र के कई सदस्य देशों के बीच समर्थन बनाने में सफल रहे हैं. हालांकि, इसे UNSC के कुछ स्थायी सदस्यों, विशेषकर चीन के विरोध का सामना करना पड़ा है. चीन ने कई प्रस्तावों पर वीटो किया है, जिससे यूएनएससी का विस्तार होता, और उसने कई मौकों पर स्थायी सदस्यता के लिए भारत की बोली को भी अवरुद्ध किया है. चुनौतियों के बावजूद, भारत यूएनएससी का स्थायी सदस्य बनने के अपने लक्ष्य के प्रति प्रतिबद्ध है.