नई दिल्ली, 29 जून : गुजरात में आगामी विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) भाजपा के 'गुजरात मॉडल' बनाम आम आदमी पार्टी (आप) के 'दिल्ली मॉडल' के बीच मुकाबला साबित हो रहा है. अरविंद केजरीवाल के दिल्ली मॉडल के विरोध में, गुजरात भाजपा का एक 17 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी पहुंचा ताकि आप सरकार के दिल्ली में बेहतर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, स्वास्थ्य के दावों की वास्तविकता की जांच की जा सके. गुजरात की अपनी नियमित यात्रा में, केजरीवाल ने दिल्ली मॉडल पर प्रकाश डाला, जिसके बारे में उनका दावा है कि पिछले सात वर्षों में शहर की शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं को बदल दिया है.
गुजरात भाजपा के मीडिया संयोजक और प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख याग्नेशभाई दवे ने आईएएनएस को बताया कि 17 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल जिसमें पूर्व मंत्री, शिक्षाविद, प्रवक्ता और यहां तक कि राजनीतिक विश्लेषक भी शामिल हैं, सरकारी स्कूलों और मोहल्ला क्लीनिकों का दौरा करने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में हैं. दवे ने कहा, हमारा प्रतिनिधिमंडल स्कूलों और मोहल्ला क्लीनिकों का दौरा करके ²श्य साक्ष्य एकत्र करेगा. केजरीवाल के विफल शासन मॉडल के साक्ष्य एकत्र करने के बाद, हम इसे गुजरात के लोगों को दिखाएंगे और लोगों के बीच बेनकाब करेंगे. दवे ने दावा किया कि गुजरात शिक्षा मॉडल हर मापदंड में दिल्ली मॉडल से काफी बेहतर है. यह भी पढ़ें : Maharashtra Political Crisis: शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे और अन्य बागी विधायक गुवाहाटी के होटल से रवाना हुए
दवे ने कहा, छात्रों की संख्या और रिक्त पदों के प्रतिशत में हमारी शिक्षा और दिल्ली मॉडल के बीच कोई तुलना नहीं है. हमारे पास दिल्ली की तुलना में बेहतर छात्र नामांकन संख्या है. गुजरात बीजेपी के आने की खबर फैलते ही दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट किया कि दिल्ली सरकार ने बीजेपी प्रतिनिधिमंडल का मार्गदर्शन और मदद करने के लिए पांच विधायकों की टीम बनाई है. दिल्ली भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने दावा किया कि जब भी कोई विदेश से केजरीवाल की शिक्षा व्यवस्था को देखने आता है तो मुख्यमंत्री उन्हें दो-चार इमारतें ही दिखाते हैं, जिनकी दीवारें पेंट की हुई हैं.
गुप्ता ने सिसोदिया को दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था पर खुली बहस की चुनौती देते हुए कहा कि उपमुख्यमंत्री और उनकी पूरी टीम अब घबराई हुई है क्योंकि गुजरात का दौरा करने वाला भाजपा प्रतिनिधिमंडल हकीकत देखेगा. साल के अंत में गुजरात विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, सुशासन को लेकर सत्तारूढ़ भाजपा और आप के बीच जुबानी जंग चल रही है. केजरीवाल ने कई बार गुजरात का दौरा किया और दावा किया कि उनका दिल्ली मॉडल गुजरात मॉडल से बेहतर और सफल है.