Asad Encounter: असद के झांसी एनकाउंटर की जांच के लिए एक और कमेटी
उत्तर प्रदेश सरकार ने गैंगस्टर-राजनीतिज्ञ अतीक अहमद के बेटे उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी असद और उसके सहयोगी गुलाम की झांसी में हुई एसटीएफ मुठभेड़ की जांच के लिए उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश राजीव लोचन मेहरोत्रा की अध्यक्षता में दो सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन किया है.
लखनऊ, 24 अप्रैल: उत्तर प्रदेश सरकार ने गैंगस्टर-राजनीतिज्ञ अतीक अहमद के बेटे उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी असद और उसके सहयोगी गुलाम की झांसी में हुई एसटीएफ मुठभेड़ की जांच के लिए उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश राजीव लोचन मेहरोत्रा की अध्यक्षता में दो सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन किया है. यह 15 अप्रैल को प्रयागराज में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या की जांच के लिए गठित न्यायिक आयोग के अतिरिक्त है. यह भी पढ़ें: Atiq-Ashraf Murder: अतीक और अशरफ के हत्यारों का नार्को टेस्ट कराने की योजना बना रही पुलिस
उमेश के हत्यारोपी असद और गुलाम पर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम था. गृह विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि इस आयोग के अन्य सदस्य सेवानिवृत्त महानिदेशक विजय गुप्ता होंगे. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि आयोग का काम मुठभेड़ के सभी पहलुओं पर गौर करना होगा.
जिलाधिकारी झांसी रविंद्र कुमार ने मामले की मजिस्ट्रियल जांच भी शुरू कर दी है. पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) ने 13 अप्रैल को झांसी में उमेश पाल हत्याकांड के दो मुख्य आरोपियों गैंगस्टर-राजनेता अतीक अहमद के बेटे मोहम्मद असद (20) और सहयोगी गुलाम मोहम्मद (40) को मार गिराया था.
दोनों 24 फरवरी, 2023 को अपराध के दिन से फरार थे. सीसीटीवी फुटेज में उन्हें हत्या को अंजाम देते दिखाया गया था और सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था. 15 अप्रैल को प्रयागराज में माफिया भाइयों अतीक और अशरफ की हत्या के मामले में सेवानिवृत्त उच्च न्यायालय के न्यायाधीश अरविंद त्रिपाठी की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन किया जा चुका है.