पूर्व वित्त मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली (Arun Jaitley) के पार्थिव शरीर को रविवार सुबह 10:30 बजे से दोपहर 1 बजे तक पार्टी मुख्यालय में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा. जहां राजनीतिक दलों के नेता और पार्टी कार्यकर्ता उन्हें अंतिम विदाई देंगे. दोपहर 1.30 बजे अंतिम यात्रा बीजेपी मुख्यालय से निगमबोध घाट के लिए शुरू होगी. इसके बाद दोपहर 2:30 बजे निगमबोध घाट पर उनका अंतिम संस्कार होगा. अरुण जेटली का निधन शनिवार दोपहर 12 बजकर सात मिनट पर एम्स में हुआ था. एम्स ने इसकी घोषणा करते हुए एक संक्षिप्त बयान में कहा कि हम बड़े दुख के साथ अरुण जेटली के निधन की जानकारी दे रहे हैं. जेटली को सांस लेने में दिक्कत और बेचैनी की शिकायत के बाद नौ अगस्त को एम्स में भर्ती कराया गया था.
शनिवार को अरुण जेटली का पार्थिव शरीर नई दिल्ली के कैलाश कॉलोनी स्थित उनके आवास पर ले जाया गया. जहां विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं, बीजेपी कार्यकर्ताओं और उनके प्रशंसकों ने जेटली को अंतिम विदाई दी. पीएम मोदी ने भी अरुण जेटली को याद कर अपने बहरीन दौरे से ही उन्हें श्रद्धांजलि दी. भारतीय समुदाय को संबोधन में मोदी ने भरे मन से कहा कि उनका दोस्त अरुण हमेशा के लिए दूर चला गया.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अरुण जेटली को याद करते हुए कहा, 'मैं गहरा दर्द दबाए हुए बैठा हूं. आज मेरा दोस्त अरुण चला गया.' पीएम मोदी ने कहा कि जब सभी कृष्ण जन्मोत्सव मना रहे हैं, उस समय मेरे भीतर एक शोक है. मैं गहरा दर्द दबाए हुए बैठा हूं. छात्र जीवन से जिस दोस्त के साथ सार्वजनिक जीवन का एक के बाद एक कदम मिलाकर चला. राजनीति की यात्रा साथ-साथ शुरू की. एक-दूसरे के साथ जुड़े रहना और साथ मिलकर जूझते रहना. सपनों को सजाना और सपनों को निभाना ऐसा लंबा सफर जिस दोस्त के साथ पूरा किया, वो दोस्त अरुण जेटली ने आज छोड़ कर चला गया'