श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) से आर्टिकल 370 हटाए जानें के बाद से ही वहां के हालात को लेकर तरह-तरह की खबरें सामने आ रही है. केंद्र सरकार ने अपने फैसले के बाद घाटी में कई पाबंदिया लगाई हुई है. राज्य में पोस्टपेड फोन और टेलीफोन सेवाएं चालू हैं. इसके साथ ही एसएमएस (SMS) और प्रीपेड फोन और इंटरनेट सेवाएं बंद हैं. इसी बीच कश्मीर में व्हाट्सएप (WhatsApp) से जुड़े लोगों को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है. जानकारी के अनुसार कश्मीरियों से संबंधित व्हाट्सएप नंबर इस सप्ताह एक्सपायर हो रहे है. इसके पीछे की वजह है कि कश्मीर में पिछले 120 दिनों से इंटरनेट सेवाएं बंद है. व्हाट्सएप (WhatsApp) के एक्सपायर होने के चलते कश्मीरी कई ग्रुप्स से निकल गए है.
Buzzfeed News के अनुसार घाटी में रहनेवाले लोग मैसेजिंग प्लेटफॉर्म से अपने आप गायब हो जा रहे हैं. जिन ग्रुप्स में वे लंबे समय तक रहे है. शुरू में कोई निश्चित नहीं था कि आखिर क्या हो रहा है क्योंकि वे खुद ग्रुप्स से नहीं निकले हैं. इसके साथ ही उन्हें किसी तरह के बदलाव के बारें में भी कोई जानकारी नहीं है. यह भी पढ़े-जम्मू-कश्मीर: आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद से अब तक गैर-कश्मीरी मजदूरों सहित 19 नागरिकों की हुई मौत, राज्य ने 1 लाख तो केंद्र ने दिया 5 लाख का मुआवजा
फेसबुक ने बाद में पुष्टि करते हुए बताया कि कंपनी उन खातों को हटा देती है जो 120 दिनों तक एक्टिव नहीं रहे है. इसलिए व्हाट्सएप ग्रुप्स से गायब होना कंपनी की पॉलिसी का हिस्सा है.
बता दें कि सुरक्षा बनाए रखने और डेटा को सीमित रखने के लिए व्हाट्सएप अकाउंट आमतौर पर 120 दिनों तक इनएक्टिव रहने के बाद समाप्त हो जाते हैं. इसके बाद ये एकाउंट्स अपने आप ग्रुप्स से निकल जाते हैं.
वही इस मसले को लेकर सोशल मीडिया पर कई लोगों ने कश्मीर में रह रहे अपने दोस्तों और परिवार वालो के स्क्रीन शॉट शेयर कर इसकी शिकायत की. साथ ही बताया कि वे व्हाट्सएप ग्रुप्स से बाहर निकल गए. जिसमें वे लंबे समय तक थे.
Kashmir contacts automatically "exiting" from my WhatsApp groups today.
I know they would not have been able to see my messages anyway, but this is heartbreakingly symbolic.
— Sabah Hamid (@akh_koor) December 4, 2019
एक अन्य यूजर Dr. Shahnawaz B. Kaloo ने किया ये ट्वीट-
After 4 months of total communication blackout, @WhatsApp is automatically deleting Kashmiris from groups.#Kashmir pic.twitter.com/GD1GXKNrX6
— Dr. Shahnawaz B. Kaloo (@DrKaloo) December 4, 2019
एक दूसरे यूजर ने किया ये ट्वीट-
@WhatsApp why is everybody automatically leaving from groups in Kashmir? There is no internet there for last 120 days. pic.twitter.com/xVSWYTIOEf
— ᗪ尺 に凡乚モモ州 (@kaleemhaque) December 4, 2019
गौरतलब है कि केंद्र की मोदी सरकार ने 5 अगस्त 2019 को एक बड़ा फैसला लेते हुए जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटा दिया है. तब से घाटी में इंटरनेट की सेवाएं बंद है.