आंध्र प्रदेश: ससुराल का घिनौना फरमान! 'बच्चा पैदा करने के लिए देवर संग सो जाओ', मना किया तो महिला को 10 दिन तक अंधेरे कमरे में रखा कैद

आंध्र प्रदेश में ससुराल वालों ने एक महिला पर 'बेटा पैदा करने' के लिए अपने देवर के साथ सोने का घिनौना दबाव डाला. जब महिला ने इस बात से इनकार कर दिया, तो ससुराल वालों ने उसे और उसके मासूम बच्चे को 10 दिनों तक एक अंधेरे कमरे में बिना बिजली-पानी के कैद रखा. मानवाधिकार आयोग के दखल के बाद पुलिस ने माँ-बेटे को बचाया और आरोपी परिवार को गिरफ्तार कर लिया.

प्रतीकात्मत तस्वीर (Photo : X)

Woman Refusing to Sleep With Brother-in-Law: आंध्र प्रदेश से एक ऐसी खबर आई है जिसे सुनकर किसी की भी रूह कांप जाए. यहाँ के वेस्ट गोदावरी जिले में एक 25 साल की महिला और उसके छोटे बच्चे के साथ ससुराल वालों ने जो किया, वो किसी हैवानियत से कम नहीं है.

क्या है पूरा मामला?

खबरों के मुताबिक, इस महिला की शादी दो साल पहले रंजीत नाम के शख्स से हुई थी. सब ठीक नहीं चल रहा था. आरोप है कि महिला के ससुराल वाले उस पर एक बहुत ही घिनौनी मांग को लेकर दबाव बना रहे थे.

ससुराल वाले चाहते थे कि महिला अपने देवर (पति के भाई) प्रवीण के साथ सोए (यौन संबंध बनाए). इसके पीछे उनकी सोच यह थी कि ऐसा करने से परिवार को 'बेटा' पैदा होगा.

जब महिला ने किया इनकार

जब महिला ने इस घिनौनी मांग को मानने से साफ इनकार कर दिया, तो ससुराल वालों का असली चेहरा सामने आ गया. महिला के ससुर, सास और ननद ने मिलकर उसे और उसके मासूम बच्चे को एक अंधेरे कमरे में बंद कर दिया.

10 दिन तक तड़पते रहे मां-बेटा

यह जुल्म एक-दो दिन नहीं, बल्कि पूरे 10 दिनों तक चला. उस अंधेरे कमरे में न बिजली थी, न पानी और न ही खाना. यहाँ तक कि महिला को टॉयलेट तक जाने नहीं दिया गया. सोचिए, एक माँ और उसका छोटा बच्चा 10 दिनों तक उस घुटन भरी जगह में कैसे रहे होंगे.

ऐसे हुआ खुलासा

यह पूरा मामला तब खुला जब किसी तरह यह केस राज्य मानवाधिकार आयोग (State Human Rights Commission) तक पहुंचा. आयोग ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए फौरन पुलिस को कार्रवाई करने का आदेश दिया.

पुलिस जब मौके पर पहुंची, तो कमरे का हाल देखकर वो भी हैरान रह गई. पुलिस ने तुरंत महिला और उसके बच्चे को उस कैद से आज़ाद कराया और आरोपी ससुर, सास और ननद को हिरासत में ले लिया है.

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