श्रीकाकुलम: कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus Pandemic) फुल स्पीड में लोगों को अपना शिकार बना रही है, इस घातक वायरस की चपेट में आने वालों की तादात बहुत तेजी से बढ़ रही है, इसके साथ ही मरने वालों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है. कोरोना संकट (Corona Crisis) की इस घड़ी में कई अमानवीय घटनाएं भी देखने को मिल रही हैं. एक ऐसी ही घटना शुक्रवार को आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) में देखने को मिली. खबरों के अनुसार, आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम (Srikakulam) जिले के पलासा इलाके में एक 70 वर्षीय बुजुर्ग की मौत (70 Years old Person Died) अपने घर में ही हो गई, इसके बाद पलासा नगरपालिका अधिकारियों (Palasa Municipal Authorities) और स्वास्थ्यकर्मियों ने जेसीबी मशीन की मदद से शव को अस्पताल पहुंचाया. जिला कलेक्टर ने इस मामले को संज्ञान में लेते हुए 2 अधिकारियों- नगर आयुक्त और स्वच्छता निरीक्षक को निलंबित कर दिया है. बताया जा रहा है कि बुजुर्ग की मौत कोविड-19 (COVID-19) संक्रमण के चलते हुई है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, बुजुर्ग शख्स पिछले कुछ दिनों से बीमार थे और शुक्रवार को अचानक उनकी मौत हो गई. मौत के बाद बुजुर्ग के परिजन और करीबी अंतिम संस्कार के लिए शव को ले जा रहे थे. इस दौरान किसी ने बताया कि बुजुर्ग की मौत कोरोना संक्रमण के कारण हुई है, यह सुनते ही शव को बीच में छोड़कर सभी भाग गए. इसके बाद लोगों ने नगरपालिका को इस घटना की सूचना दी.
देखें वीडियो-
#WATCH Andhra Pradesh: Body of a 70-year-old person who died of #COVID19 being disposed of using a proclainer by Palasa municipal authorities in Srikakulam yesterday.
Palasa Municipal Commissioner & Sanitary Inspector have been suspended, says Srikakulam District Collector. pic.twitter.com/NCcMrxtRmL
— ANI (@ANI) June 27, 2020
घटना की सूचना मिलते ही पलासा नगरपालिका अधिकारियों ने जेसीबी की मदद से शव को उठाया और उसे श्मशान लेकर गए. इस घटना का वीडियो सामने आने के बाद लोग इसकी कड़ी निंदा कर रहे हैं. इसके साथ ही नगरपालिका और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों द्वारा शव को जेसीबी मशीन में ले जाने की घटना को अमानवीय बता रहे हैं. यह भी पढ़ें: मुंबई: सायन अस्पताल में शवों के बीच कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज, वीडियो वायरल होने पर बीएमसी ने दिए जांच के आदेश
गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने भी इस घटना के वीडियो को ट्वीट कर राज्य सरकार पर सवाल उठाए हैं. वहीं आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने की बात कही है. फिलहाल इस मामले में जिला कलेक्टर ने पलासा नगर आयुक्त और स्वच्छता निरीक्षक को सस्पेंड कर दिया है.