AN-32 की तलाश खत्म: मालवाहक विमान में सवार सभी 13 लोगों की मौत, वायुसेना ने दी श्रद्धांजलि
एएन-32 विमान (Photo Credits: IANS)

नई दिल्ली: हादसे के करीब आठ दिन बाद वायुसेना के लापता मालवाहक विमान एएन-32 का मलबा अरुणाचल प्रदेश के घने जंगलों वाले पर्वतीय क्षेत्र से मिला. कड़ी मशक्कत के बाद वायुसेना की सर्च टीम दुर्घटनास्थल पर पहुंच सकी. हालांकि विमान में सवार सभी 13 लोगों के जीवित बचने के कोई सुराग नहीं मिले है. वायुसेना ने ट्विटर के जरिए सभी मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पित की है.

भारतीय वायुसेना ने ट्वीट कर कहा कि 8 सदस्यों का बचाव दल दुर्घटनास्थल पर पहुंच गया है, जहां उन्हें किसी के जिंदा बचने के सबूत नहीं मिले. एएन-32 विमान में सवार सभी के परिजनों को पहले ही सूचना दी जा चुकी है.

एक अन्य ट्वीट में मृतकों के नाम भी बताए गए है. इसमें लिखा है 'एएन-32 विमान के दुःखद क्रैश में इन वायुयोद्धाओं ने प्राण गंवाए हैं- जीएम चार्ल्स, एच विनोद, आर थापा, ए तंवर, एस मोहंती, एमके गर्ग, केके मिश्रा, अनूप कुमार, शेरिन, एसके सिंह, पंकज, पुताली और राजेश कुमार.' साथ ही प्राण गंवाने वाले सभी बहादुर वायुयोद्धाओं को वायुसेना ने श्रद्धांजलि दी है.

वायुसेना ने मलबे की पहचान के बाद एक चीता हेलीकाप्टर और एक एएलएच हेलीकाप्टर घटनास्थल पर भेजा लेकिन अधिक ऊंचाई और घने जंगलों के कारण जमीन पर उतर नहीं पाए. जिसके बाद हेलीकॉप्टरों की मदद से बुधवार को दुर्घटना स्थल पर सर्च टीम को उतारा गया था. जिस स्थान पर भारतीय एएन-32 का मलबा मिला है वह लिपो के उत्तर में 16 किलोमीटर दूर स्थित है और शि योमी जिले के पयूम क्षेत्र के अंतर्गत गैट्टे से लगभग 12 से 15 किलोमीटर दूर पश्चिम में स्थित है.

इस अभियान में सुखोई 30 विमान, सी-130जे और एएन-32 विमान तथा एमआई-17 तथा एएलएच हेलीकॉप्टर की मदद ली गईं. अभियान में सेना, आईटीबीपी और राज्य पुलिस के जवान भी शामिल थे.

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वायुसेना और इंडियन आर्मी पूरी ताकत के साथ लापता AN-32 के सर्च अभियान में जुटी हुई थी. इस विमान में आठ क्रू मेंबर सहित कुल 13 लोग सवार थे. विमान ने जोरहाट एयरबेस से दोपहर करीब 12 बजकर 25 मिनट पर उड़ान भरी और करीब एक बजे उसका जमीनी नियंत्रण से संपर्क टूट गया था. वायुसेना ने इस साल अब तक करीब दस विमान गंवाए हैं जिसमें नया नाम एएन-32 विमान का है.