Lucknow: उत्तरप्रदेश पुलिस की ओर से एक लापरवाही का मामला सामने आया है. दरअसल पुलिस ने तीन साल पहले मर चुके किसान को शांति भंग करने का खतरा बताते हुए उसकी शांतिभंग करने की चालान रिपोर्ट न्यायालय में भेज दी. जिसके कारण परिजनों को नोटिस मिल गया. जब परिजनों ने किसान का डेथ सर्टिफिकेट पुलिस को दिखाया तो उन्हें चुप करा दिया और ये बात किसी से भी न कहने के लिए कहा.
जानकारी के मुताबिक़ हल्का के इंचार्ज एसआई ने गांव खगेश्वर खेड़ा के मैकू नाम के शख्स को चालान रिपोर्ट भेजी थी, जबकि साल 2021 में उसकी मौत हो गई. मृतक मैकू को पुलिस ने शांतिभंग करने के तहत चालान भेजा था. मृतक को न्यायालय में मौजूद होने का नोटिस भेजा गया था. ये भी पढ़े :Video: पुलिसकर्मी ने बाइक सवार को मारा तो पलटकर युवक ने भी जड़ दिया थप्पड़, लखनऊ की घटना का वीडियो आया सामने
जब ये नोटिस मृतक के परिजनों को मिला तो वे दंग रह गए और इसके बाद परिजनों ने मृतक का डेथ सर्टिफिकेट पुलिस को दिखाया. इसके बाद पुलिस ने परिजनों को ये बात किसी से भी न कहने के लिए कहा. पुलिस ने जमीन के विवाद को लेकर आठ लोगों के खिलाफ चालान रिपोर्ट भेजी थी. जिसमें से एक मृतक मैकू भी था. इस बारे में पुलिस का कहना है की इस मामले की जांच जारी है.