Amarnath Yatra 2023: इस साल अमरनाथ यात्रा 1 जुलाई से शुरु होने वाली है. यात्रा के लिए पंजीकरण 17 अप्रैल से ऑफलाइन और ऑनलाइन मोड के माध्यम से शुरू होंगे. इस साल एक जुलाई से यात्रा (Amarnath Yatra) शुरू होगी और 62 दिनों तक चलेगी. श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी उमंग नरूला ने कहा कि इस बार की सुविधा 500 यात्रियों के लिए प्रतिदिन दोनों मार्गों के लिए उपलब्ध रहेगी. Jammu Tulip Garden Photos: जम्मू का पहला ट्यूलिप गार्डन आम जनता के लिए खुला, LG ने किया उद्घाटन.
दक्षिण कश्मीर में हिमालय पर 3880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित भगवान शिव के इस पावन गुफा मंदिर में दर्शन के लिए हर साल बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं. अमरनाथ की गुफा श्रीनगर से करीब 135 किलोमीटर की दूरी हिमालय पर्वत श्रेणियों में स्थित है.
ऑनलाइन और ऑफलाइन मोड में होगा रजिस्ट्रेशन
Amarnath Yatra to commence on 1st July, it will end on August 31; registration for the yatra through offline & online modes to begin from 17th April.
— ANI (@ANI) April 14, 2023
अमरनाथ यात्रा पर जाने के लिए 2 रास्ते हैं- एक पहलगाम होकर जाता है और दूसरा सोनमर्ग बालटाल से जाता है. यानी देशभर के किसी भी क्षेत्र से यात्रिओं को पहले पहलगाम या बालटाल पहुंचना होता है. पहलगाम से जानेवाले रास्ते को सरल और सुविधाजनक समझा जाता है. बालटाल से अमरनाथ गुफा की दूरी केवल 14 किलोमीटर है लेकिन यह बहुत ही दुर्गम रास्ता है.
यहां की प्रमुख विशेषता पवित्र गुफा में बर्फ से प्राकृतिक शिवलिंग का निर्मित होना है. प्राकृतिक हिम से निर्मित होने के कारण इसे स्वयंभू हिमानी शिवलिंग भी कहते हैं. आश्चर्य की बात यही है कि यह शिवलिंग ठोस बर्फ का बना होता है, जबकि गुफा में आमतौर पर कच्ची बर्फ ही होती है जो हाथ में लेते ही भुरभुरा जाए. आषाढ़ पूर्णिमा से शुरू होकर रक्षाबंधन तक पूरे सावन महीने में होने वाले पवित्र हिमलिंग दर्शन के लिए लाखों लोग यहां आते हैं.