दिवाली के बाद दिल्ली-एनसीआर में खतरनाक स्तर पर प्रदूषण, धुएं की चादर में लिपटी राजधानी

देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) में दिवाली के बाद इस बार भी हवा में प्रदूषण का स्तर बढ़ गया. इसी के साथ दिल्ली-एनसीआर की हवा जहरीली हो गई है. ग्रीन दिवाली के आह्वान के बाद भी प्रदूषण के स्तर अपने चरम पर है. कुछ जगहों पर लोगों की आंखो में जलन और सांस लेने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. लोधी रोड में सोमवार को सुबह 6:30 बजे तक पीएम-10 का स्तर 500 दर्ज किया गया. जबकि सरकारी एजेंसियों के मुताबिक रविवार रात 11 बजे दिल्ली की औसत वायु गुणवत्ता का स्तर 327 पर पहुंच गया

धुएं की चादर में लिपटी दिल्ली ( फोटो क्रेडिट- wikimedia )

देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) में दिवाली के बाद इस बार भी हवा में प्रदूषण का स्तर बढ़ गया. इसी के साथ दिल्ली-एनसीआर की हवा जहरीली हो गई है. ग्रीन दिवाली के आह्वान के बाद भी प्रदूषण के स्तर अपने चरम पर है. कुछ जगहों पर लोगों की आंखो में जलन और सांस लेने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. लोधी रोड में सोमवार को सुबह 6:30 बजे तक पीएम-10 का स्तर 500 दर्ज किया गया. जबकि सरकारी एजेंसियों के मुताबिक रविवार रात 11 बजे दिल्ली की औसत वायु गुणवत्ता का स्तर 327 पर पहुंच गया जबकि शनिवार को यह 306 था. वहीं मुंबई की बात करें तो दिवाली के बाद अगले दिन हवा का स्तर अच्छा रहा. हाजी अली क्षेत्र में प्रदूषण का स्तर 50 से कम है और कुर्ला में 130 तक था जो कि न अच्छा और नहीं बुरा माना जाता है.

सुप्रीम कोर्ट के निर्देश अनुसार दिवाली पर पटाखा छोड़ने के लिए दो घंटे की सीमा तय की थी लेकिन लोगों ने इसके अलावा भी पटाखे छोड़े. मालवीय नगर, लाजपत नगर, कैलाश हिल्स, बुराड़ी, जंगपुरा, शाहदरा, लक्ष्मी नगर, मयूर विहार, सरिता विहार, हरी नगर, न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी, द्वारका सहित कई इलाकों में पटाखा छोड़ने के लिए तय दो घंटे की समयसीमा का उल्लंघन करके पटाखे छोड़ने की सूचना दी.

गौरतलब हो कि नोएडा, गुरुग्राम और गाजियाबाद में भी निवासियों ने निर्धारित समय के अलावा भी पटाखे छोड़े. लोग शाम आठ बजे से पहले भी पटाखे छोड़ते दिखे हांलांकि इन पटाखें की आवाज कम रही. सरकारी एजेंसियों के मुताबिक रविवार रात 11 बजे दिल्ली की औसत वायु गुणवत्ता का स्तर 327 पर पहुंच गया जबकि शनिवार को यह 302 था. सरकार की वायु गुणवत्ता निगरानी संस्था सफर ने दिवाली की रात पटाखे जलाने, मौसम में बदलाव और पराली जलाने की वजह से दिल्ली की औसत वायु गुणवत्ता गंभीर स्तर पर पहुंचने की आशंका जताई है.

आंकड़ों के मुताबिक दिन में आनंद विहार में पीएम-10 का स्तर 515 दर्ज किया गया. वहीं वजीरपुर और बवाना में पीएम-2.5 का स्तर 400 के पार चला गया. राजधानी स्थित 37 वायु गुणवत्ता निगरानी केंद्रों में से 25 ने वायु गुणवत्ता ‘खराब’ श्रेणी में दर्ज की. दिल्ली के नजदीक स्थित शहरों फरीदाबाद, गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा और नोएडा में रविवार रात 11 बजे वायु गुणवत्ता का स्तर क्रमश: 320, 382, 312 और 344 रहा. उल्लेखनीय है कि पिछले दिवाली के मौके पर दिल्ली में वायु गुणवत्ता का स्तर सुरक्षित सीमा से 12 गुना अधिक 600 तक पहुंच गया था. ( भाषा इनपुट्स )

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