मध्य प्रदेश की राजधानी स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के चिकित्सकों की पिटाई के मामले में एक सिपाही को लाइन हाजिर कर दिया गया है. इस घटना को पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने शर्मनाक बताया है. एम्स में कार्यरत डॉ. ऋतु ने गुरुवार को संवाददाताओं को बताया कि सुबह लगभग साढ़े छह बजे वह अपने साथी चिकित्सक के साथ एम्स से घर दुपहिया वाहन से जा रही थी, तभी रास्ते में पुलिसकर्मी ने उन्हें रोका और परिचयपत्र दिखाने के बावजूद उनका सामान फेंक दिया और उनके साथ अभद्रता की. उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मी ने दोनों चिकित्सकों पर लाठी चलाई.
डॉ. ऋतु को जहां पैर में चोट आई है, वहीं उनके साथी के हाथ में चोट आई है. पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने इस घटना को शर्मनाक बताते हुए कहा, "भोपाल एम्स में दो पीजी डॉक्टरों, जिनमें एक महिला हैं, की पुलिसकर्मी द्वारा पिटाई की घटना सामने आई है, जो कि बेहद शर्मनाक है. कोरोना महामारी के संकट के इस दौर में अपनी जान को जोखिम में डाल जनता की सेवा कर रहे इन कर्मवीर योद्धाओं पर हमें गर्व है."
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इस मामले के सामने आने पर दक्षिण क्षेत्र के पुलिस अधीक्षक साईं कृष्णा ने बाग सिवनियां के सिपाही सुनील नाहरिया को लाइन हाजिर कर दिया है.