उत्तर प्रदेश: दोस्त की हत्या कर लाश के टुकड़ों को कुकर में पका रहा था, लेकिन फिर जो हुआ...

दोस्ती नाम सुनकर ही मन आत्मविश्वास से लबरेज हो जाता है. क्योंकि सुख हो या दुख दोस्त हमेशा अपनी दोस्ती ऐसे समय में जरुर निभाते हैं. लेकिन अगर दोस्ती में स्वार्थ और कपट छिपा हो तो वहां जन्म लेता है अपराध. जो बेहद भयावह भी हो सकता है. एक ऐसा ही मामला उत्तर प्रदेश के आगरा से सामने आया. जहां पर एक दोस्त ने दोस्ती के पवित्र रिश्ते को कलंकित कर दिया. इस शख्स ने जो किया उसे जानकार पुलिसवालों के भी होश उड़ गए. दरअसल धर्मेंद्र तिवारी जो कि किरावली में पेशे से एक कंप्यूटर ऑपरेटर का काम करते थे. एक दिन अचानक वो लापता हो गए. 18 अक्टूबर के बाद से उनका कोई पता नहीं चल रहा था. जिसके बाद परेशान परिवार के लोगों ने पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया.

हत्या का सनसनीखेज खुलासा

आगरा: दोस्ती नाम सुनकर ही मन आत्मविश्वास से लबरेज हो जाता है. क्योंकि सुख हो या दुख दोस्त हमेशा अपनी दोस्ती ऐसे समय में जरुर निभाते हैं. लेकिन अगर दोस्ती में स्वार्थ और कपट छिपा हो तो वहां जन्म लेता है अपराध. जो बेहद भयावह भी हो सकता है. एक ऐसा ही मामला उत्तर प्रदेश के आगरा से सामने आया. जहां पर एक दोस्त ने दोस्ती के पवित्र रिश्ते को कलंकित कर दिया. इस शख्स ने जो किया उसे जानकार पुलिसवालों के भी होश उड़ गए. दरअसल धर्मेंद्र तिवारी जो कि किरावली में पेशे से एक कंप्यूटर ऑपरेटर का काम करते थे. एक दिन अचानक वो लापता हो गए. 18 अक्टूबर के बाद से उनका कोई पता नहीं चल रहा था. जिसके बाद परेशान परिवार के लोगों ने पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया.

पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी. इस दौरान पुलिस को पता चला की धर्मेंद्र तिवारी को अंतिम बार ललित नामक एक शख्स के साथ देखा गया था. जिसके बाद पुलिस ने गहन जांच शुरू कर दी. पुलिस जब ललित के मकान पर पहुंची जहां वो अपनी मां, भाई के साथ रहता था, थोड़ी दबिश के बाद पुलिस को शक हुआ तो उन्होंने सभी को अपने साथ पुलिस स्टेशन लेकर गए. यह भी पढ़ें:- आगरा: शराबी पति को पत्नी ने रोका तो उसने काट दिया सिर, कनस्तर में लेकर चौराहे पर लटकाने जा रहा था- लेकिन फिर जो हुआ...

इस दौरान पुलिस ने थोड़ी और दबिश दी तो ललित पुलिस के आगे टूट गया. उसने बताया कि उसके सिर पर कर्ज था. इस कर्ज को उतारने के लिए उसने धर्मेंद्र तिवारी का अपहरण कर लिया. उसने धर्मेंद्र को कॉफी में नशीला पदार्थ पिलाकर बेहोश कर दिया. उसके बाद मुंह पर टेप पर हांथों को रस्सी से बांध दिया. जिससे धर्मेंद्र की दम घुटने से मौत गई. जिससे ललित घबरा गया और उसने लाश को ठिकाने लगाने का प्लान बनाया. उसने धर्मेंद्र तिवारी की लाश को कई टुकड़ों में काट दिया और कुछ हिस्सों को कुकर में हर दिन पकाने लगा.

वहीं लाश के कुछ टुकड़ों को उसने नालियों में फेंक दिया. जांच के दौरान पड़ोसियों ने कहा उन्हें कुछ दिनों से ललित के घर से मांस पकाने की महक आती थी. फिलहाल पुलिस ने ललित को हिरासत में ले लिया और उसके उपर हत्या का मामला दर्ज कर दिया गया है.

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