
आगरा: उत्तर प्रदेश में एक के बाद एक बच्चियों के साथ जघन्य अपराधों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा. रामपुर में 11 साल की मासूम के साथ सामूहिक बलात्कार के मामले के बाद अब आगरा के खेरागढ़ में एक 12 वर्षीय दलित बच्ची को उसके ही घर से सोते समय उठाकर ले जाया गया और सुनसान जगह पर उसके साथ हैवानियत की हद पार कर दी गई.
घटना शुक्रवार तड़के 1-2 बजे की है. पीड़िता अपने घर में चारपाई पर सो रही थी.
पड़ोस में रहने वाला मिठाई विक्रेता चुपके से उसे घर में घुसा. तभी बच्ची की आंख खुल गई, लेकिन उसने जैसे ही चिल्लाने की कोशिश की, आरोपी ने उसके मुंह पर कपड़ा दबा दिया. CCTV फुटेज में आरोपी को बच्ची को घसीटते हुए देखा गया है.
कई घंटों तक अत्याचार झेलने के बाद बच्ची किसी तरह घर लौटी. उसने अपने मजदूर पिता को सारी बात बताई. इसके बाद पिता-बेटी ने खेरागढ़ पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई. BNS धारा 64(2) (बलात्कार), SC/ST एक्ट और POCSO के तहत मामला दर्ज किया गया है.
डीसीपी अतुल शर्मा ने बताया, "हमने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी (30 के दशक में) की पहचान कर ली है. उसे गिरफ्तार करने के लिए तीन टीमें लगाई गई हैं. हम जल्द से जल्द चार्जशीट दाखिल करके उसे अधिकतम सजा दिलवाने की कोशिश करेंगे. बच्ची का मेडिकल टेस्ट कराया जा रहा है."
जांच में शामिल एक पुलिस अधिकारी ने बताया, "घटना के बाद फोरेंसिक टीम ने मौके से खून के निशान जमा किए हैं. आरोपी, जो पीड़िता का पड़ोसी है, को उसके समुदाय के कुछ लोगों ने भागने में मदद की. आगे की जांच चल रही है."