संसद हमले का मास्टरमाइंड अफजल गुरू के बेटे गालिब गुरु (Galib Guru) का आधार कार्ड बन गया है. जिसके बाद गालिब गुरु को एक भारतीय पहचान मिल गई है. आधार कार्ड के बाद अब गालिब गुरु को भारतीय पासपोर्ट चाहिए. ताकि वह पढ़ाई के लए बाहर जा सके. इस बीच गालिब गुरु को लेकर टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट में लिखा गया कि भारतीय पहचान पाने के बाद गालिब बहुत खुश है और उसे भारतीय होने पर गर्व है. लेकिन एक ताजा वीडियो में इस बात का खुलासा हुआ है कि अफजल गुरु का बेटा गालिब भारत के प्रति क्या सोच रखता है.
दरअसल, टाइम्स ऑफ इंडिया ने पांच मार्च को गालिब पर एक स्टोरी प्रकाशित की थी. इस स्टोरी में यह बताने का प्रयास किया गया है कि गालिब को भारतीय होने पर गर्व है. रिपोर्ट में गालिब के हवाले से कहा गया है कि वो आधार कार्ड मिलने पर बहुत खुश है और पासपोर्ट मिलने पर वह खुद को प्राउड इंडियन सिटिजन महसूस करेगा. इस पूरी रिपोर्ट को अब खुद गालिब ने गलत ठहराया है. उसका साफ कहना है कि उसका एकमात्र मकसद पासपोर्ट प्राप्त करना है और इसलिए उसने मीडिया को बाइट दी थी, लेकिन उसने अपनी मनमर्जी के हिसाब से बातें जोड़ दीं. यह भी पढ़ें- भारत के दबाव का असर: हाफिज सईद आज नहीं उगल सकेगा जहर, पाकिस्तान ने जुम्मे की तकरीर पर लगाई पाबंदी
Parliament attack terrorist Afzal Guru’s son Galib-“Why should I b proud of India ?They killed my father,done injustice to Kashmir”.
Galib,Your dad was a Terrorist
U are abusing India n still want Indian Passport🤔? Bravo🐒
Y’day Few jokers in media painted him as Proud Indian ! pic.twitter.com/PvSq8B0r8L
— Major Surendra Poonia (@MajorPoonia) March 6, 2019
गालिब गुरु ने बाकायदा एक विडियो जारी करके बताया है कि किस तरह मीडिया ने उसकी बातों को तोड़मोड़ कर पेश किया और यह साबित करने का प्रयास किया कि उसे भारतीय होने पर गर्व है, जबकि ऐसा कुछ भी नहीं है. 2 मिनट 20 सेकंड का यह विडियो देखने के बाद आप भी सोच में पड़ जाएंगे कि आखिर मीडिया ने गालिब गुरु की झूठी खबर क्यों बनाई. क्या मीडिया गालिब को हीरो बनाने की कोशिश कर रही है? क्या मीडिया भारत के लोगों के मन में गालिब के लिए एक सॉफ्ट कार्नर बनाना चाहती है जबकि गालिब भारत के प्रति अभी भी द्वेष भाव रखता है. वह अभी भी देश को उसके पिता की मौत का जिम्मेदार मानता है. उसे अपने पिता के गुनाह का बिल्कुल भी अफसोस नहीं है.
अपने विडियो में गालिब गुरु ने कह रहा है भारतीय मीडिया में मेरे बारे में जो कुछ छपा, उसे न सिर्फ गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया, बल्कि उसमें अजीब बातें भी शामिल की गईं. उसने कहा, पत्रकारों ने कहा था कि वो मेरे पासपोर्ट के बारे में बाइट निकालेंगे, लेकिन जब मैंने उनका लेख पढ़ा तो उसमें बिलकुल अलग चीजें थी. मेरा प्रोपेगेंडा एक ही था कि अगर मेरे पास आधार कार्ड है तो पासपोर्ट क्यों नहीं हो सकता? उन्होंने लिखा है कि मैं इंडियन सिटिजन प्राउड हूं. एक चीज मैं बोलना चाहता हूं कि मैं भारतीय नागरिक होने पर गर्व कैसे कर सकता हूं? उन्होंने मेरे पापा को मारा है. उन्होंने मेरे पूरे परिवार और कश्मीरियों के साथ अन्याय किया है. तो मैं भारत पर गर्व कैसे कर सकता हूं?
मोहम्मद अफजल गुरु जैश-ए-मोहम्मद का आतंकी था. अफजल भारतीय संसद पर हमले का मुख्य दोषी था, उसे 9 फरवरी को फांसी दे दी गई. 13 दिसंबर 2001 में भारतीय संसद में हमले के मास्टरमाइंड अफजल को सुप्रीम कोर्ट ने 2002 में ही फांसी की सजा सुना दी थी. जम्मू और कश्मीर के बारामूला जिले का रहने वाला अफजल गुरु वारदात के समय एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा था. आईएएस की परीक्षा की तैयारी करने वाला अफजल बाद में जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट का सदस्य बना और वहीं से उसने आतंकी ट्रेनिंग ली.