Video: अभिनव अरोड़ा को लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जान से मारने की धमकी; मां ज्योति अरोड़ा ने कहा, "वे अभिनव को मार देंगे"
देश के चर्चित 10 साल के कंटेंट क्रिएटर और बाल संत बाबा के नाम से पहचाने जाने वाले अभिनव अरोड़ा को लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जान से मारने की धमकी मिली है. उनकी मां, ज्योति अरोड़ा ने सोमवार, 28 अक्टूबर को बताया कि उन्हें एक धमकी भरा संदेश मिला.
नई दिल्ली: देश के चर्चित 10 साल के कंटेंट क्रिएटर और बाल संत बाबा के नाम से पहचाने जाने वाले अभिनव अरोड़ा को लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जान से मारने की धमकी मिली है. उनकी मां, ज्योति अरोड़ा ने सोमवार, 28 अक्टूबर को बताया कि उन्हें एक धमकी भरा संदेश मिला, जिसमें कहा गया कि अभिनव को जान से मार दिया जाएगा. ज्योति ने बताया कि इस नंबर से रात में कॉल आई थी जो वह मिस कर गई थीं, और अगले दिन उसी नंबर से धमकी भरा संदेश मिला.
ज्योति अरोड़ा ने ANI को बताया, “हमें लॉरेंस बिश्नोई समूह से एक संदेश मिला, जिसमें अभिनव को मारने की धमकी दी गई. पिछली रात हमें एक मिस्ड कॉल आई थी और आज उसी नंबर से संदेश आया जिसमें कहा गया कि वे अभिनव को मार देंगे." यह संदेश मिलने के बाद से परिवार काफी परेशान है और उन्होंने सुरक्षा की मांग की है.
लॉरेंस बिश्नोई गैंग से अभिनव अरोड़ा को मिली जान से मारने की धमकी
अभिनव के वीडियो पर विवाद
अभिनव अरोड़ा का एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें उन्हें जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य द्वारा मंच से उतरने का निर्देश दिया जा रहा है. वीडियो में स्वामी जी, अभिनव को "पहले नीचे जाने" के लिए कहते हैं, और यह बात दो बार दोहराई जाती है. स्वामी जी ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "वह इतना मूर्ख लड़का है, कहता है कि कृष्णा उसके साथ पढ़ते हैं. भगवान उसके साथ कैसे पढ़ेंगे?”
अभिनव की प्रतिक्रिया
इस पूरे विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए अभिनव ने स्पष्ट किया कि यह वीडियो करीब एक या डेढ़ साल पुराना है और वृंदावन का है. उन्होंने कहा कि इस वीडियो को लेकर काफी गलतफहमी फैलाई जा रही है और यह हाल का मामला नहीं है.
उन्होंने अपने फॉलोअर्स से सवाल करते हुए कहा, "क्या आपको कभी आपके माता-पिता या गुरु ने डांटा नहीं? जब इतने बड़े गुरु स्वामी रामभद्राचार्य ने मुझे डांटा, तो इसे देश का सबसे बड़ा मुद्दा क्यों बनाया जा रहा है?” अभिनव ने यह भी बताया कि इस घटना के बाद जगदगुरु रामानंदाचार्य ने उन्हें अपने कक्ष में बुलाकर आशीर्वाद भी दिया था, जिसे किसी ने मीडिया में नहीं दिखाया.