आम आदमी पार्टी खुद ही खत्म हो रही है, CM केजरीवाल को जांच एजेंसी के समन पर हाय-तौबा क्यों? : भाजपा
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जांच एजेंसी ईडी द्वारा समन भेजने को लेकर भाजपा और आम आदमी पार्टी नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. आम आदमी पार्टी ने केंद्र की भाजपा सरकार पर आरोप लगाया कि भाजपा आम आदमी पार्टी को खत्म करना चाहती है.
नई दिल्ली, 31 अक्टूबर : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जांच एजेंसी ईडी द्वारा समन भेजने को लेकर भाजपा और आम आदमी पार्टी नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. आम आदमी पार्टी ने केंद्र की भाजपा सरकार पर आरोप लगाया कि भाजपा आम आदमी पार्टी को खत्म करना चाहती है. आम आदमी पार्टी नेताओं के इन आरोपों पर भाजपा की तरफ से पलटवार करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा की आम आदमी पार्टी स्वयं ही खुद को खत्म कर रही है.
भाजपा राष्ट्रीय मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आम आदमी पार्टी का आरोप है कि सरकार उनको खत्म कर रही है. जबकि, उनका मानना है कि आप खुद को खत्म कर रही है. उन्होंने आप नेताओं से सवाल पूछा कि क्या कमीशन खाने वाली शराब नीति बनाने के लिए केंद्र सरकार ने कहा था? क्या केंद्र सरकार ने आप को कहा था कि पूरी दिल्ली में शराब के ठेके की मोनोपॉली कर दो? क्या भाजपा ने कहा था कि राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त दल बनने के लिए शराब के कमीशन से मिले पैसे को गोवा चुनाव में जाकर खर्च करो? यह भी पढ़ें : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री शिंदे ने जरांगे से फोन पर बात की, ठोस कदम उठाने का आश्वासन दिया
प्रसाद ने कहा कि गलती और भ्रष्टाचार आम आदमी पार्टी करेगी और जब जांच एजेंसी कार्रवाई करेगी तो उन्हें परेशानी होगी और वो आरोप लगाएंगे. उन्होंने आप नेताओं पर पलटवार करते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी के सभी सदस्य बार-बार कहते थे कि ये मामला फर्जी है. मनीष सिसोदिया फरवरी से जेल में हैं, उनकी जमानत अर्जी पहले लोअर कोर्ट से, फिर हाइकोर्ट से और अब सुप्रीम कोर्ट से खारिज हो गई है. लेकिन, आज तक अरविंद केजरीवाल ने शराब के इस महाघोटाले पर स्पष्टीकरण में एक भी शब्द नहीं कहा है.
उन्होंने घोटाले के संबंध में अरविंद केजरीवाल से कई सवाल भी पूछे. उन्होंने कहा कि क्या इतना बड़ा घोटाला अरविंद केजरीवाल की बिना सहमति के हो सकता है क्या? सारे तथ्य इस ओर इशारा कर रहे हैं, ऐसे में अगर केजरीवाल को जांच एजेंसी द्वारा बुलाया गया है तो इतनी हाय-तौबा क्यों मची हुई है? ईडी के समन से भाजपा का कोई संबंध नहीं है. यह एक कानूनी प्रक्रिया है, जैसी करनी-वैसी भरनी. भाजपा नेता ने आगे कहा कि आम आदमी पार्टी के नेता बहुत ही आशा और उम्मीद के साथ राजनीति में आए थे. वे आम आदमी पार्टी से पूछना चाहते हैं कि आंदोलन के समय के इनके सहयोगी रहे लोग अलग क्यों हो गए? पूरे देश में लोगों को भ्रष्टाचार का सर्टिफिकेट देने वाले और कार्रवाई की मांग करने वाले आज स्वयं अपराध करने के बाद कह रहे हैं कि ये सब झूठ है.
उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी ने देश के लोकतंत्र और देश की जनता को धोखा देने का काम किया है. केजरीवाल के इस्तीफे की मांग को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में प्रसाद ने कटाक्ष करते हुए कहा कि केजरीवाल इस्तीफा देते हैं या नहीं देते हैं ,यह तो उनके लिए चिंतन का विषय है. आगे देखा जाएगा कि वह क्या करते हैं, जहां तक जांच एजेंसी की कार्रवाई का सवाल है, इससे भाजपा का कोई लेना-देना नहीं है, एजेंसी क्या करेगी यह उनका विषय है. प्रसाद ने विपक्षी गठबंधन को अवसरवादी गठबंधन बताते हुए कहा कि वहां स्वार्थ का टकराव है और जब स्वार्थ का टकराव होता है तो अखिलेश विखलेश बन जाते हैं. आम आदमी पार्टी भी आ जाती है. यह ऐसी बारात है जिसका दूल्हा ही तय नहीं है.